अक्षय तृतीया को हिंदू पंचांग में ‘सर्वसिद्धि दिवस’ के रूप में जाना जाता है, जिसका अर्थ है कि इस दिन किए गए हर शुभ कार्य का फल अक्षय यानी कभी नष्ट न होने वाला होता है। ये दिन विशेष रूप से धन, वैभव और सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए लोग इस अवसर पर नई खरीदारी, दान और पूजा-पाठ करते हैं। अक्षय तृतीया का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि इसे अबूझ मुहूर्त कहा गया है — यानी बिना किसी ज्योतिषीय गणना के भी इस दिन कोई भी शुभ कार्य आरंभ किया जा सकता है।
हालांकि, परंपराओं के अनुसार, कुछ ऐसे कार्य और चीजें भी हैं जिनसे इस दिन बचना आवश्यक माना गया है। जरा सी लापरवाही आपके सुख और समृद्धि के मार्ग में रुकावट बन सकती है। ऐसे में जरूरी है कि कुछ खास बातों का ध्यान रखा जाए।
काले रंग और धातुओं से बनाएं दूरी
अक्षय तृतीया के दिन काले रंग की कोई भी वस्तु नहीं खरीदनी चाहिए। मान्यता है कि काला रंग नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक होता है। इसके अलावा, स्टील, एल्यूमिनियम और प्लास्टिक जैसी धातुएं और चीजें भी न खरीदें। इन्हें राहु ग्रह से जुड़ा माना जाता है, जो आर्थिक परेशानियों और घर में कलह का कारण बन सकता है।
नुकीली चीजों से बिगड़ सकती है घर की शांति
चाकू, कैंची, छुरी, कुल्हाड़ी जैसी धारदार वस्तुएं इस दिन न खरीदें। ऐसी चीजें घर के वातावरण में कटुता और विवाद की संभावनाएं बढ़ा सकती हैं। अक्षय तृतीया पर सौहार्द और प्रेम बनाए रखने के लिए इन वस्तुओं से बचना बुद्धिमानी होगी।
कांटेदार पौधे ना करें घर में प्रवेश
कैक्टस, क्रोटन जैसे कांटेदार पौधे घर में न लाएं। मान्यता है कि कांटेदार पौधे घर की सकारात्मक ऊर्जा को बाधित करते हैं और पारिवारिक रिश्तों में कड़वाहट भर सकते हैं। इस शुभ दिन पर केवल तुलसी, मनी प्लांट जैसे शुभ और हरियाली से भरपूर पौधे ही लाएं।
गंदगी से दूर, स्वच्छता से मां लक्ष्मी का स्वागत
अक्षय तृतीया के दिन घर विशेषकर मुख्य द्वार, पूजाघर और तिजोरी की जगह को पूरी तरह से स्वच्छ रखें। मां लक्ष्मी को स्वच्छता अत्यंत प्रिय है। घर में जरा सी भी गंदगी उनकी कृपा को रोक सकती है और आर्थिक कष्टों को निमंत्रण दे सकती है।
बुरी आदतों को कहें अलविदा
इस दिन जुआ, शराब, झूठ, चोरी, झगड़ा जैसी बुरी आदतों से खुद को दूर रखें। साथ ही, प्याज, लहसुन और मांसाहारी भोजन से भी परहेज करें। ये सब मां लक्ष्मी के कोप का कारण बन सकता है और आपके जीवन में दरिद्रता ला सकता है।
पैसे उधार देने से बन सकती है रुकावट
अक्षय तृतीया का दिन धन आगमन के लिए अत्यंत शुभ होता है, न कि धन बाहर भेजने के लिए। इस दिन किसी को उधार देना लक्ष्मी के आगमन में बाधा उत्पन्न कर सकता है। अतः यदि अत्यंत आवश्यक न हो, तो इस दिन उधार लेन-देन से बचें।