अक्षय तृतीया हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। ये दिन अत्यंत पवित्र और शुभ माना जाता है, जिसे अबूझ मुहूर्त का दर्जा प्राप्त है। अर्थात इस दिन विवाह, गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्य बिना किसी विशेष मुहूर्त के किए जा सकते हैं। अक्षय तृतीया को शुभ कार्यों के आरंभ के लिए अत्यंत फलदायी माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन किए गए दान-पुण्य और धार्मिक अनुष्ठानों का फल कभी क्षय नहीं होता। हालांकि, वर्ष 2025 की अक्षय तृतीया विशेष परिस्थितियों के चलते कुछ अलग रहने वाली है।