चैत्र नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की विशेष रूप से पूजा की जाती है। देवी शक्ति का ये स्वरूप साहस, पराक्रम और विजय का प्रतीक माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, मां कात्यायनी की उपासना करने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। माता का जन्म महर्षि कात्यायन के घर हुआ था, इसलिए इन्हें कात्यायनी कहा जाता है। इस वर्ष नवरात्रि की षष्ठी तिथि 3 अप्रैल 2025, गुरुवार को मनाई जाएगी। इस दिन विशेष पूजन करने से व्यक्ति की बाधाएं दूर होती हैं और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।