दीपों का पर्व दीपावली अपने साथ खुशियों, रोशनी और शुभता की सौगात लेकर आता है। इसकी शुरुआत धनतेरस से होती है और समापन भाई दूज पर होता है। इन पांच दिनों में सबसे खास माना जाता है दिवाली से एक दिन पहले आने वाला पर्व छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी। ये दिन अंधकार पर प्रकाश, बुराई पर अच्छाई और नकारात्मकता पर सकारात्मकता की विजय का प्रतीक है। छोटी दिवाली की शाम घर-आंगन में दीपों की जगमगाहट, पूजा की सुगंध और श्रद्धा का वातावरण पूरे माहौल को दिव्य बना देता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण, हनुमान जी और यमराज की पूजा का विशेष विधान है।