Mahalaya 2025: अश्विन मास की अमावस्या को महालया अमावस्या भी कहा जाता है। इसे हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। खासतौर से पश्चिम बंगाल में इसका बहुत महत्व होता है। इसे दुर्गा पूजा के प्रारंभ का और मां दुर्गा के धरती पर आगमन का प्रतीक माना जाता है। इस दिन 16 दिनों से चले आ रहे श्राद्ध पक्ष का समापन होता है और लोग अपने पितरों को अंतिम श्राद्ध और तर्पण कर विदा करते हैं। इसके बाद से मां दुर्गा के आगमन की तैयारियां शुरू हो जाती हैं। ऐसा लगता है, जैसे चारों तरफ फैली नकारात्मकता और सुस्ती एकदम से गायब हो गई है। त्योहार की सकारात्मकता महसूस होने लगती है। इस साल महालया अमावस्या 21 अक्टूबर यानी आज रविवार के दिन पड़ रही है। आइए जानते हैं, महालया क्या है, हिन्दू धर्म में यह क्यों महत्वपूर्ण है और नवरात्रि से इसका क्या संबंध है?