Pitra Paksha 2025: हिंदू धर्म में पितृ पक्ष के महत्व से हम सभी वाकिफ हैं। इसके 15-16 दिनों की अवधि में लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध, पिंडदान और तर्पण आदि करते हैं। इस अवधि में गया जी, काशी या हरिद्वार जैसे पवित्र धार्मिक स्थलों में पिंडदान का बहुत महत्व माना जाता है। हालांकि घर पर श्राद्ध कर्म और दान ब्राह्मण की मदद से किए जा सकते हैं। सही विधि-विधान का पालन करने से ही पितरों को तृप्ति और शांति मिलती है।