Shardiya Navratri 2025: शारदीय नवरात्र का विराट पर्व आज से शुरू हो रहा है। भक्तों की पुकार पर मां दुर्गा गज वाहन पर धरती पर आ चुकी हैं। अब भक्त आने वाले 10 दिन उनके नौ रूपों की उपासना में लीन रहेंगे। मां अपने भक्तों की पुकार सुन उनके दुख दूर करने और अपनी ममता बरसाने आती हैं। शारदीय नवरात्र हर साल अश्विन मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होकर महानवमी तक चलता है और 10वें दिन दशहरा के साथ समाप्त हो जाता है। इस सान नवरात्र नौ दिनों के नहीं 10 दिनों के होंगे। 01 अक्टूबर को महानवमी का पर्व मनाया जाएगा और 02 अक्टूबर को दशहरा के दिन रावण दहन किया जाएगा। ये 9-10 दिनों का पर्व चारों ओर के वातावरण को भक्तिमय बना देता है। हर तरफ त्योहार की रोनक और माता के जयकारों की गूंज सुनाई पड़ती है। भक्तों के लिए ये दिन बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। लेकिन इस दौरान हुई कुछ गलतियां नौ दिनों की पूजा के फल को व्यर्थ कर सकती हैं।
नवरात्र में ये गलतियां करने से बचें
अधूरा संकल्प : नवरात्र के नौ दिन व्रत करने वाले भक्तों को संकल्प जरूर लेना चाहिए। ऐसा नहीं करने पर व्रत अधूरा माना जाता है। नवरात्र के पहले दिन कलश स्थापना के साथ ही नौ दिनों के व्रत का संकल्प लिया जाता है।
मां को तुलसी न चढ़ाएं : देवी दुर्गा की पूजा में कभी भी तुलसी का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। अगर आप उन्हें तुलसी अर्पित करते हैं, तो इससे आपकी पूजा खंडित हो सकती है।
अखंड ज्योति के नियम : नवरात्र में बहुत से भक्त नौ दिनों की अखंड ज्योति जलाते है। अगर आपने घर में अखंड ज्योति जलाई है, तो नौ दिनों तक ज्योति बुझनी नहीं चाहिए और घर अकेला नहीं रहना चाहिए।
दुर्गा सप्तशती का पाठ : नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती का पाठ करने का बहुत महत्व है। पाठ करते समय इसका सही उच्चारण करें और बिना रुके इसका पूरा पाठ करें. अगर। बीच में रुकने पर पाठ अधूरा माना जाता है।
देवी की प्रतिमा या तस्वीर का सही स्थान : मां दुर्गा की प्रतिमा या तस्वीर को पूजा घर में सही स्थान पर रखें। उन्हें कभी भी जमीन पर या गंदी जगह पर न रखें।
व्रत और खान-पान से जुड़ी गलतियां
सात्विक भोजन करें : नवरात्रि के दौरान सात्विक भोजन ही करना चाहिए। व्रत नहीं भी रख रहे हों, तब भी इन चीजों से दूरी बना कर रखें।
व्रत के नियमों का पालन : अगर आप नौ दिनों का व्रत रख रहे हैं, तो फलों, कुट्टू का आटा, समा के चावल, और सेंधा नमक से बनी चीजें ही खाएं। सामान्य नमक का उपयोग न करें।
चमड़े का इस्तेमाल न करें : नौ दिनों तक चमड़े से बनी किसी भी चीज, जैसे बेल्ट, पर्स या जूते का इस्तेमाल करने से बचें।