BCCI: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव देवाजीत सैकिया ने ICC महिला विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के लिए 51 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की है। हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली टीम इंडिया ने 2005 और 2017 के फाइनल में मिली निराशा को पीछे छोड़ते हुए, दक्षिण अफ्रीका को हराकर ODI और T20I दोनों प्रारूपों में अपना पहला विश्व खिताब जीतकर इतिहास रच दिया है।
सैकिया ने कहा, 'हरमनप्रीत कौर और उनकी टीम ने आज न केवल ट्रॉफी जीती है, बल्कि सभी भारतीयों का दिल जीता है। उन्होंने अगली पीढ़ी की महिला क्रिकेटरों के लिए रास्ता खोल दिया है।'
जय शाह ने सचिव रहते किए थे कई बड़े बदलाव: सैकिया
सैकिया ने महिला क्रिकेट में हुए परिवर्तनों का श्रेय BCCI सचिव जय शाह को दिया। उन्होंने कहा कि शाह के कार्यकाल में वेतन समानता जैसे कई सुधार किए गए हैं। उन्होंने बताया कि जय शाह ने पिछले महीने ही ICC अध्यक्ष के रूप में महिला पुरस्कार राशि में 300 प्रतिशत की वृद्धि की थी, जो पहले $2.88 मिलियन थी और अब $14 मिलियन हो गई है। इन कदमों ने महिला क्रिकेट को काफी बढ़ावा दिया है। BCCI ने यह 51 करोड़ रुपये का पुरस्कार पूरी टीम- खिलाड़ियों, कोचों और सहायक कर्मचारियों के लिए घोषित किया है।
विश्व कप के फाइनल मैच में दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। भारत की शुरुआत शानदार रही, जहां स्मृति मंधाना (58 गेंद में 45) और शेफाली वर्मा ने शतकीय साझेदारी की। इसके बाद, शेफाली वर्मा (78 गेंद में 87) ने जेमिमा रोड्रिग्स (37 गेंद में 24) के साथ 62 रन की साझेदारी की, जिससे भारत एक मजबूत स्थिति (166/2) में पहुंच गया।
कप्तान हरमनप्रीत कौर (29 गेंद में 20) और दीप्ति शर्मा की 52 रन की साझेदारी ने स्कोर को 200 के पार पहुंचाया। अंत में, दीप्ति शर्मा (58 गेंद में 58) और ऋचा घोष (24 गेंद में 34) की तूफानी पारियों की बदौलत भारत ने 50 ओवरों में 7 विकेट खोकर 298 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। दक्षिण अफ्रीका के लिए अयबोंगा खाका ने 3 विकेट लिए।
दीप्ति शर्मा ने पलटा मैच का रुख
लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन शेफाली वर्मा (2/36) और श्री चरणी की शानदार गेंदबाजी ने उन्हें 148/5 पर रोक दिया। दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लौरा वोल्वरड्ट अपनी बेहतरीन फॉर्म में थीं और उन्होंने लगातार दूसरे मैच में शतक जड़ा (98 गेंद में 101 रन)। उन्होंने एनेरी डेरक्सें (35 गेंद में 37) के साथ 61 रन की साझेदारी करके दबाव बनाना शुरू कर दिया था।
लेकिन मैच का टर्निंग पॉइंट तब आया जब दीप्ति शर्मा ने इन दोनों सेट बल्लेबाजों को आउट कर दिया और प्रोटीज टीम 221/8 पर संघर्ष करती दिखीं। दीप्ति ने पांच विकेट लेते हुए दक्षिण अफ्रीका को 246 रन पर समेट कर भारत को पहली बार विश्व कप खिताब दिलाया। इसके साथ ही दीप्ति किसी विश्व कप फाइनल में 5 विकेट लेने वाली पहली भारतीय महिला बनीं।