IND vs PAK Final: एशिया कप 2025 का फाइनल मुकाबला भारत और पाकिस्तान के बीच खेला जाएगा। इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम ने अबतक बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए सभी मुकाबले जीते हैं। लेकिन एशिया कप में भारतीय टीम की कमजोर फील्डिंग पर सवाल उठ रहे हैं। अब तक टूर्नामेंट में भारतीय टीम ने कुल 12 कैच छोड़ चुके हैं। भारत के पूर्व लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने भारत की कमजोर फील्डिंग पर कोच से सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अगर फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ दुबई में रविवार को ऐसी गलतियां दोहराई गईं, तो टीम को इसका बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।
कैच छोड़ने पर वरुण ने क्या कहा
कप्तान सूर्यकुमार यादव ने कैच छोड़ने पर कहा था कि ये खेल का हिस्सा है। वहीं स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ने माना कि स्टेडियम की लाइटिंग, जिसे 'रिंग ऑफ फायर' कहा जाता है, खिलाड़ियों का ध्यान भटका रही थी। चक्रवर्ती ने कहा, "इस स्तर पर कोई बहाना नहीं चलता। हमें कैच पकड़ने ही चाहिए, लेकिन अगर आप मुझसे उस 'रिंग ऑफ फायर' वाली लाइटिंग के बारे में पूछेंगे, तो सच में वह आंखों पर असर डालती है और थोड़ा ध्यान भटका देती है।" लेकिन अमित मिश्रा इस बात से सहमत नहीं थे। उनका कहना था कि इंटरनेशनल क्रिकेट में खिलाड़ियों को हालात के हिसाब से जल्दी ढलना चाहिए और फील्डिंग में लगातार अच्छा खेल दिखाना जरूरी है।
अमित मिश्रा ने एएनआई से कहा, "खिलाड़ियों को ज्यादा प्रैक्टिस की जरूरत है। फील्डिंग कोच क्या कर रहे हैं? उन्हें फ्लड लाइट में कैच पकड़ने का प्रैक्टिस कराना चाहिए। आखिरकार वे प्रोफेशनल क्रिकेटर हैं, इसलिए कड़ी मेहनत कर हालात के साथ तालमेल बैठाना जरूरी है। मैं मानता हूं कि मैच में कभी-कभी एक-दो कैच छूट सकते हैं, लेकिन जब यह बार-बार हो रहा है तो चिंता का विषय है। मुझे लगता है कि गौतम गंभीर को फील्डिंग पर खास ध्यान देना चाहिए।"
फिल्डिंग पर ध्यान देने की जरूरत
उन्होंने आगे कहा, "टी20 इंटरनेशनल में एक कैच भी मैच का रुख बदल सकता है और भारतीय टीम लगातार तीन-चार कैच छोड़ रही है। फील्डिंग पर गंभीर ध्यान देने की जरूरत है। पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल में किसी भी गलती की गुंजाइश नहीं होनी चाहिए। अगर कोई दिक्कत है, तो उसका समाधान तुरंत निकाला जाना चाहिए।"अमित मिश्रा का मानना है कि खिताब जीतने के लिए भारतीय टीम को फील्डिंग में खास सुधार करना होगा।