Asia Cup 2025: दुबई में खेले गए भारत और पाकिस्तान के बीच फाइनल में जबरदस्त रोमांस देखने को मिला था। ये मुकाबला दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया था। रोमांचक मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 5 विकेट से करारी शिकस्त दी। इस मैच के हिरो तिलक वर्मा रहे। फाइनल मुकाबले में तिलक वर्मा ने नाबाद 69 रन की शानदार पारी खेल भारत को जीत दिलाई। मैच के दौरान लगातार दबाव झेलने के बावजूद तिलक ने संयम के साथ अपनी पारी को खेला और आखिर में भारतीय जीत के सबसे बड़े नायक साबित हुए। इस जीत के साथ उन्होंने पाकिस्तानी खिलाड़ियों की स्लेजिंग का जवाब दिया।
तिलक वर्मा की पारी खास इसलिए रही क्योंकि वह मुश्किल हालात में बल्लेबाजी करने उतरे थे। तिलक ने धैर्य से शुरुआत की और फिर संजू सैमसन व शिवम दुबे के साथ अहम पार्टनरशीप निभाईं।
जीतने के बाद एग्रेसिव दिखे तिलक
सोशल मीडिया वायरल कुछ वीडियोज में देखा गया कि मैच के दौरान पाकिस्तानी खिलाड़ी तिलक वर्मा को उकसाने की कोशिश कर रहे थे। यहां तक कि विकेटकीपर मोहम्मद हारिस ने तंज कसते हुए कहा, "ये मुंबई नहीं है, ये आईपीएल नहीं है।" हालांकि, तिलक ने इसका जवाब अपनी बैटिंग से दिया। भारत को जीत के लिए आखिरी ओवर में जब 10 रन चाहिए थे, तिलक वर्मा ने हारिस रऊफ की गेंद पर छक्का लगाकर मैच पर पूरी तरह से भारत की पकड़ बना दिया। इसके बाद रिंकू सिंह से विनिंग चौका लगाया। मैच जीतने के बाद तिलक ने हेलमेट उतारकर जश्न मनाया, तेजी से ड्रेसिंग रूम की ओर भागे और बीच-बीच में पाकिस्तानी फील्डरों की ओर देखकर उत्साह से चिल्लाते भी नजर आए।
जीत के बाद तिलक ने क्या कहा
फाइनल में बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए तिलक वर्मा को प्लेयर ऑफ द मैच दिया गया। अवॉर्ड लेने के बाद तिलक ने कहा, "थोड़ा दबाव जरूर था, लेकिन मेरा इरादा था कि विकेट पर टिककर मैच खत्म करूं। वे गेंदबाजी में अच्छा बदलाव कर रहे थे, फिर भी मेरा ध्यान सिर्फ देश के लिए जीत दिलाने पर था। मैंने खुद को शांत रखने की कोशिश की। सैमसन की पारी बेहतरीन रही और दुबे का योगदान भी टीम के लिए बहुत अहम था। हम हर हालात का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार थे।"
मेरे लाइफ की सबसे यादगार पारी
तिलक ने आगे कहा, "गौतम भाई हमेशा कहते हैं कि हमें हर स्थिति में फैल्किसिबल रहना चाहिए। जब विकेट धीमे होते हैं, तो मैंने गौती सर से बातचीत की और स्वीप शॉट के साथ-साथ रनिंग बिटवीन द विकेट्स पर काफी मेहनत की।" उन्होंने आगे कहा, "यह सचमुच मेरे जीवन की सबसे यादगार पारियों में से एक है। यह जीत सभी भारतीयों के नाम है। मैं सिर्फ इतना ही कह सकता हूं – चक दे इंडिया!" तिलक को इस मुकाबले में मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला।