Vaibhav Suryavanshi: पिछले साल नवंबर में आईपील का मेगा ऑक्शन आयोजित किया गया था। इस ऑक्शन में कई बड़े-बड़े खिलाड़ियों पर बोली लगाकर फ्रेंचाइजी ने अपनी टीम में शामिल की। इसी मेगा ऑक्शन में 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी को राजस्थान रॉयल्स ने 1.1 करोड़ रुपये की बोली लगाकर अपनी टीम में शामिल किया। उसके बाद से ही वैभव सूर्यवंशी का नाम चर्चा में बना हुआ है। हर कोई वैभव के आईपीएल डेब्यू का इंतजार कर रहा था। वहीं जब इस 14 साल के धाकड़ खिलाड़ी ने आईपीएल में डेब्यू किया तो उनका खेल देखकर हर कोई हैरान रह गया।
वैभव के नाम आईपीएल में सबसे कम उम्र में डेब्यू करने का रिकॉर्ड भी है। मैच के बाद वैभव ने अपने संघर्षों की कहानी शेयर करते हुए बताया, वह अपने क्रिकेट के सपने को पूरा कर सके इसके लिए उनके माता-पिता ने कई कष्ट उठाएं है।
वैभव ने आईपीएल को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "मैं आज जो भी हूं, वो अपने माता-पिता की वजह से हूं। मेरी मम्मी रात 11 बजे सोने के बाद भी सुबह 2 बजे उठ जाती हैं, ताकि मेरी प्रैक्टिस के लिए सब तैयार कर सकें। वो सिर्फ तीन घंटे ही सो पाती हैं और फिर मेरे लिए खाना बनाती हैं। मेरे पापा ने तो मेरी मदद के लिए अपनी नौकरी तक छोड़ दी। मेरे बड़े भाई अब घर का काम संभाल रहे हैं, घर किसी तरह चल रहा है, लेकिन पापा ने कभी मेरा साथ नहीं छोड़ा।" वैभव ने कहा, "भगवान हमेशा मेहनत करने वालों को उनका फल जरूर देते हैं। आज जो भी सफलता मुझे मिल रही है, वो सब मेरे मम्मी-पापा की वजह से है।"
पहली गेंद पर छक्का मारने पर वैभव ने क्या कहा
वैभव ने कहा, "आईपीएल के डेब्यू में पहली गेंद पर छक्का लगाना कोई बड़ी बात नहीं थी, बल्कि ये उनके लिए एक सामान्य बात थी।" उन्होंने आगे कहा, "मेरे लिए पहली गेंद पर छक्का लगाना कोई नई बात नहीं थी। मैं पहले भी अंडर-19 इंडिया और डोमेस्टिक मैचों में ऐसा कर चुका हूं। मुझ पर कोई दबाव नहीं था कि शुरुआत में 10 गेंदें संभलकर खेलनी हैं। मैंने सोच लिया था कि अगर गेंद सही लगी, तो मैं जरूर मारूंगा।"
वैभव ने कहा, "मेरे दिमाग में यह नहीं था कि ये मेरा पहला मैच है। सामने भले ही इंटरनेशनल बॉलर था और मंच बड़ा था, लेकिन मैं सिर्फ अपना खेल खेल रहा था।"
वैभव ने टीम मैनेजमेंट को कहा शुक्रिया
वैभव ने कहा, "मैं भारत के लिए खेलना चाहता हूं और इसके लिए मुझे लगातार मेहनत करनी होगी। जब तक मैं उस मुकाम तक नहीं पहुंचता, मैं रुकूंगा नहीं। मैं देश के लिए अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं।" इसके साथ ही उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के टीम मैनेजमेंट का भी शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने उन्हें मौका दिया और उन पर भरोसा जताया।
वैभव ने कहा, "मैं इस मौके के लिए बहुत समय से मेहनत कर रहा था और खुश हूं कि सब कुछ वैसे ही हुआ जैसा मैंने सोचा था। ट्रायल में मैंने अच्छी बल्लेबाजी की और (बल्लेबाजी कोच) विक्रम (राठौर) सर और (टीम मैनेजर) रोमी (भिंडर) सर ने कहा कि हम आपको टीम में लेने की कोशिश करेंगे।"
राहुल द्रविड़ के साथ ट्रेनिंग पर क्या कहा
वैभव ने कहा, "उन्होंने मुझे हेड कोच राहुल द्रविड़ सर से मिलवाया। उनके साथ ट्रेनिंग करना मेरे लिए सपने के सच होने जैसा है। टीम के बाकी कोच और सीनियर खिलाड़ी भी मेरा खूब साथ देते हैं और मुझे भरोसा दिलाते हैं कि मैं अच्छा कर सकता हूं। वो लोग हमेशा मुझसे कहते हैं कि मैं टीम को मैच जिता सकता हूं। वो मुझे लगातार हौसला देते रहते हैं।"
अपने डेब्यू मैच में वैभव सूर्यवंशी ने ताबड़तोड़ पारी खेली। वैभव ने मैदान पर आते ही तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर की पहली ही गेंद पर जोरदार छक्का मारा। अपनी डेब्यू पारी में उन्होंने सिर्फ 20 गेंदों में 34 रन बना डाले। इसके बाद सोमवार को अपने तीसरे ही आईपीएल मैच में वैभव सूर्यवंशी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सिर्फ 35 गेंदों में शतक जड़ दिया। इस शतक के साथ ही वह आईपीएल में किसी भारतीय खिलाड़ी द्वारा सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। सबसे खास बात ये रही कि उन्होंने ये कारनामा सिर्फ 14 साल की उम्र में कर दिखाया, जिससे वो टी20 क्रिकेट में सबसे कम उम्र में शतक लगाने वाले खिलाड़ी भी बन गए।