IND W vs SA W: नवी मुंबई में डीवाई पाटिल स्टेडियम में बीती रात 2 नवंबर को भारतीय महिला टीम ने इतिहास रच दिया है। हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय महिला टीम ने पहली बार आईसीसी महिला वर्ल्ड कप अपने नाम किया। भारत ने फाइनल में साउथ अफ्रीका को हराकर पहली आईसीसी ट्रॉफी जीती है। पूरे देश से भारत की इन लड़कियों को बधाईयां मिल रही है। वहीं ट्रॉफी जीतने के बाद टीम ने अपनी सीनियर और रिटायर हो चुकी खिलाड़ियों जैसे झूलन गोस्वामी, मिताली राज और अंजुम चोपड़ा के साथ मिलकर जश्न मनाया। उन्होंने ट्रॉफी उठाई, डांस किया और खुशी के आंसू भी आए। पूर्व भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम के इस कदम की काफी तारीफ की है।
अश्विन ने कहा कि यह बहुत सराहनीय कदम था और पुरुष टीम ने आज तक ऐसा नहीं किया है। अश्विन का ये बयान महिला टीम के वर्ल्ड कप जीतने के अगले दिन आया।
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, "पूरी भारतीय महिला टीम ने ट्रॉफी मिताली राज को दी। यह उन्होंने क्यों किया? मैं इसके लिए उनकी बहुत तारीफ़ करता हूं। भारतीय पुरुष टीम ने कभी ऐसा नहीं किया। वे कभी-कभी मीडिया के सामने ऐसा कहते हैं क्योंकि उन्हें मीडिया की ट्रेनिंग मिली हुई है। लेकिन मैंने उन्हें पिछली पीढ़ियों को क्रेडिट देते हुए नहीं देखा है। मैंने जो देखा है वह यह है कि 'मेरी पीढ़ी की टीम तुम्हारी पीढ़ी की टीम से बेहतर है' जैसी बातें होती हैं। लेकिन महिला टीम ने अंजुम चोपड़ा, मिताली राज जैसी सीनियर खिलाड़ियों को ट्रॉफी देकर कहा कि ‘आप लोगों ने जो मेहनत और नींव रखी, उसी का फल आज मिल रहा है।’ यह तरीका मुझे बेहद अच्छा लगा, सच में कमाल का था।"
महिला खिलाड़ियों की तारीफ की
अश्विन ने कहा कि महिला टीम जानती थी यह जीत सिर्फ उनकी नहीं, बल्कि उन पूर्व खिलाड़ियों की मेहनत का भी परिणाम है, जिन्होंने सालों तक टीम के लिए काम किया। उन्होंने महिलाओं की तारीफ की कि उन्होंने बिना दिखावा किए खुद ही उन्हें सम्मान दिया। अश्विन ने कहा, "ये जीत सिर्फ आज की मेहनत का नतीजा नहीं है। यह 25 साल, शायद तीन दशकों की मेहनत का नतीजा है... इसीलिए मुझे ये महिला टीम कमाल की लगती है। उन्होंने हर चीज सही तरीके से की। जब कोई टीम जीतती है तो खुशी में कई बातें भूल जाती है, लेकिन इन्होंने उसी पल पिछली पीढ़ी के खिलाड़ियों को याद किया, वह भी बिना किसी के कहे। यह बहुत बड़ी बात है।"