Virat kohli: भारतीय क्रिकेट टीम के सुपरस्टार खिलाड़ी विराट कोहली ने अपने टेस्ट संन्यास को लेकर बड़ा बयान दिया है। विराट कोहली ने दो महीने पहले टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था और टी20 फॉर्मेट को भी वो पहले ही अलविदा कह चुके हैं। कोहली अब वनडे क्रिकेट खलते नजर आएगें। वहीं अपने टेस्ट संन्यास के बारे में बात करते हुए विराट ने कहा कि, उनकी उम्र ने इस फैसले में बड़ी भूमिका निभाई है।
संन्यास पर पहली बार तोड़ी चुप्पी
विराट कोहली ने लंदन में आठ जुलाई को युवराज सिंह द्वारा आयोजित चैरिटी कार्यक्रम में अपने टेस्ट संन्यास को लेकर पहली बार चुप्पी तोड़ी। इस कार्यक्रम में कोहली ने हल्के-फुल्के अंदाज़ में बताया कि उन्होंने संन्यास लेने का फैसला क्यों लिया। उन्होंने कहा, "मैंने दो दिन पहले ही अपनी दाढ़ी रंगी है। जब आपको हर चार दिन में दाढ़ी रंगनी पड़े, तो आप समझ जाते हैं कि अब सही वक्त आ गया है।"
भारत के बेहतरीन टेस्ट क्रिकेटरों में से एक विराट कोहली ने मई में बिना किसी शोर-शराबे के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया। उन्होंने यह जानकारी सिर्फ एक छोटे से सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए दी, जिसमें किसी वजह का जिक्र नहीं किया गया था। वहीं पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह ने अपनी संस्था 'यूवीकैन फाउंडेशन' के लिए एक खास डिनर कार्यक्रम लंदन में रखा था। इसी कार्यक्रम में विराट ने अपने टेस्ट संन्यास को लेकर पहली बार बयान दिया।
शानदार रहा कोहली का करियर
बता दें कि 36 साल के विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने 123 टेस्ट मैचों की 210 पारियों में 46.85 की औसत से 9230 रन बनाए, जिसमें 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल हैं। कप्तान के रूप में भी उन्होंने कमाल किया और 68 टेस्ट में टीम की अगुवाई करते हुए 40 मैचों में जीत दिलाई। इस तरह वे भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान बन गए। टेस्ट कप्तानी में उनका जीत प्रतिशत 58.82 रहा, जो 50 या उससे ज्यादा टेस्ट में कप्तानी करने वाले खिलाड़ियों में तीसरे नंबर पर आता है।
भारत के लिए टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद विराट कोहली ने टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था, हालांकि वे वनडे मैच खेलते रहेंगे। इस साल उनकी टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने पहली बार आईपीएल खिताब जीता।