e-Aadhaar app: अब आधार अपडेट करना होगा आसान, जल्द लॉन्च होगा e-Aadhaar ऐप

e-Aadhaar app: भारत सरकार ने आधार कार्ड अपडेट करने की प्रक्रिया को आसान बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। UIDAI (Unique Identification Authority of India) ई-आधार नामक एक नया मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है।

अपडेटेड Nov 03, 2025 पर 10:28 AM
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अब आधार अपडेट करना होगा आसान, जल्द लॉन्च होगा e-Aadhaar ऐप

e-Aadhaar app: भारत सरकार ने आधार कार्ड अपडेट करने की प्रक्रिया को आसान बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। UIDAI (Unique Identification Authority of India) ई-आधार नामक एक नया मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। इस अपकमिंग ऐप का उद्देश्य नागरिकों को अपनी आधार जानकारी अपडेट करने का एक आसान और सुरक्षित तरीका प्रदान करना है। इसकी मदद से लोग अपने पर्सनल डीटेल्स जैसे मोबाइल नंबर या संपर्क जानकारी खुद अपडेट कर सकेंगे। इससे लोगों को छोटी-छोटी अपडेट्स के लिए आधार सेंटर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे समय और मेहनत दोनों की बचत होगी।

ऐप से क्या लाभ होंगे?

वर्तमान में, आधार डिटेल्स जैसे जन्मतिथि, नाम या पते में बदलाव के लिए आधार सेवा केंद्र जाकर फीजिकल दस्तावेज प्रस्तुत करने पड़ते हैं।


हालांकि, इस नए एप्लिकेशन के साथ, नया e-Aadhaar ऐप अपडेट करने की इस प्रक्रिया को पूरी तरह से डिजिटल बना देगा। यूजर्स ऐप पर कुछ आसान चरणों का पालन करके, घर से बाहर निकले बिना या केंद्रों पर जाए बिना अपना पता, फोन नंबर, जन्मतिथि और अन्य जानकारी अपडेट कर सकेंगे।

यह एप्लिकेशन कैसे काम करता है?

यह ऐप वेरिफाइड सरकारी डेटाबेस से जुड़ने और पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस और जन्म प्रमाण पत्र जैसे सहायक दस्तावेजों के ऑटोमैटिक वेरिफिकेशन को सक्षम करने के लिए डिजाइन किया गया है।महत्वपूर्ण बात यह है कि यह सिस्टम न केवल अपडेट को तेज करेगा, बल्कि डेटा गड़बड़ियों और धोखाधड़ी की संभावनाओं को भी कम करेगा।

सुरक्षा बढ़ाना

वर्तमान में लाखों भारतीयों के आधार डेटा की सुरक्षा धोखाधड़ी और घोटालों के प्रति संवेदनशील है। इसलिए सरकार ने इसे ध्यान में रखते हुए इस ऐप के माध्यम से सुरक्षा उपायों को और मजबूत किया है। UIDAI यूजर्स को सुरक्षित रूप से प्रमाणित करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और चेहरे की पहचान तकनीकों को जोड़ने की योजना बना रहा है। यह ऐप फेशियल मैचिंग सिस्टम के माध्यम से पहचान वेरिफाई करेगा, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि केवल वैध यूजर्स ही अपनी प्रोफाइल में बदलाव कर सकें।

जहां एक ओर इस ऐप के जरिए नाम, पता, मोबाइल नंबर जैसी जानकारी ऑनलाइन अपडेट की जा सकेगी, वहीं बायोमेट्रिक बदलाव (जैसे फिंगरप्रिंट या आईरिस स्कैन) के लिए अभी भी आधार केंद्र पर जाना जरूरी रहेगा। इस तरह का हाइब्रिड सिस्टम यह सुनिश्चित करेगा कि जहां लोगों को सुविधा मिले, वहीं डेटा की सुरक्षा और सटीकता भी बनी रहे।

अतिरिक्त फायदे

उपरोक्त फायदे के अलावा, आधार आवेदन से समय की बचत होगी, केंद्रों तक जाने की लागत कम होगी, और लंबे समय से चली आ रही इस जटिल प्रक्रिया को सरल बनाया जा सकेगा। इसके अलावा, नागरिक अपने आधार रिकॉर्ड को घर बैठे ही मैनेज कर सकेंगे, जिससे अनावश्यक कागजी कार्रवाई और केंद्रों पर लंबी कतारें खत्म हो जाएंगी।

अंत में, ऐप के AI-बेस्ड वेरिफिकेशन और दस्तावेज़ सुविधाएं पहचान संबंधी धोखाधड़ी को रोकने का भी वादा करती हैं। भारत के डिजिटल इकोसिस्टम तंत्र के विस्तार के साथ, यह एक बढ़ती हुई चिंता का विषय रहा है। इसके अलावा, तेज प्रोसेसिंग के समय का मतलब है कि अपडेट दिनों के बजाय घंटों में पूरे हो सकते हैं।

आगे का रास्ता

रिपोर्टों के अनुसार, ई-आधार ऐप 2025 के अंत तक Android और iOS दोनों प्लेटफॉर्म के लिए उपलब्ध होने की उम्मीद है। लॉन्च होने के बाद, यह DigiLocker और UMANG जैसे सरकारी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के साथ मिलकर काम करेगा।

इस तरह, सुरक्षा, सुविधा और तकनीक को एक साथ जोड़कर e-Aadhaar ऐप का लक्ष्य भारत की डिजिटल पहचान व्यवस्था का एक अहम हिस्सा बनना है।

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