गिर नेशनल पार्क, गुजरात
दुनिया का एकमात्र ऐसा स्थान जहां एशियाई शेर प्राकृतिक रूप में रहते हैं। हरियाली के बीच खुली जगहों पर इन शेरों को देखना एक अद्भुत अनुभव है। साथ ही हिरण, तेंदुआ, मगरमच्छ समेत कई जीव भी दिखते हैं। सितंबर में यहां घूमना सबसे अच्छा होता है, क्योंकि मानसून के बाद शेर खुलकर बाहर आते हैं।
रणथंभौर नेशनल पार्क, राजस्थान
राजसी बाघों के लिए मशहूर रणथंभौर की किलेबंदी और तालाब इसे और खास बनाते हैं। सितंबर में जंगली सफारी की शुरुआत होती है, मौसम ठंडा और भीड़ कम होती है, जिससे टाइगर देखने के मौके बढ़ जाते हैं।
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क, उत्तराखंड
बाघों और दूसरी वन्यजीवों को देखने के लिए जिम कॉर्बेट बेस्ट जगह है। पांच जोन आपको अलग-अलग अनुभव देंगे, यहां मानसून के बाद ताजगी बनी रहती है।
सुंदरबन नेशनल पार्क, पश्चिम बंगाल
मैंग्रोव जंगलों में नाव की सफारी पर बैठकर नदी किनारे बाघ, मगरमच्छ और डॉल्फिन देखना रोमांचक होता है। सितंबर की बारिश के बाद यह क्षेत्र और भी हरा-भरा हो जाता है।
काजीरंगा नेशनल पार्क, असम
यहां एक सींग वाले गैंडे, हाथी, जंगली भैंसे, और बाघ दिखते हैं। रोमांचक सफारी के साथ चाय बागानों की खूबसूरती भी देखने लायक है।
कान्हा नेशनल पार्क, मध्य प्रदेश
रू़डयार्ड किपलिंग की जंगल बुक का असली महल कान्हा है, जहां बाघ, बारहसिंगा, चीता, भालू और कई पक्षी मिलते हैं। हरे-भरे मैदान और गहरी घाटियां यहां की खूबसूरती बढ़ाते हैं।
पेरियार नेशनल पार्क, केरल
झील के चारों ओर फैला ये पार्क बारिश के बाद सबसे सुंदर दिखता है। यहां हाथियों के झुंड और हिरणों को नजदीक से देखा जा सकता है, और नाव की सवारी भी रोमांचक है।
बांधवगढ़ नेशनल पार्क, मध्य प्रदेश
यह छोटा सा पार्क बाघों को देखने में बड़ा अवसर देता है। घने जंगल और पुराना किला इस सफारी को रोमांचक बनाते हैं।
पन्ना नेशनल पार्क, मध्य प्रदेश
यहां बाघ, भेड़िये, घड़ियाल, चीतल समेत कई पक्षी और जानवर मिलते हैं। बारिश के बाद की हरियाली इसे सफारी के लिए उपयुक्त बनाती है।