Monsoon Tourist Trip: मानसून के समय में घूमने का अलग ही मजा होता है। मानसून के मौसम में ठंडी हवा, हरियाली और मिट्टी की ताजगी भरी खुशबू एक अलग ही एहसास लेकर आता है। इस मौसम में भारत की कई जगहें स्वर्ग जैसी सुंदर लगती है। मानसून के सीजन में जैसे ही बारिश शुरू होती है, पहाड़ों और जंगलों में हल्की धुंध छा जाती है और सूखी जमीन फिर से हरी-भरी हो उठती है। देश के कई स्थान ऐसे भी हैं जहां मानसून के आने से वहां की खूबसूरती और भी निखर जाती है।
अगर आपको मानसून में कही घूमने का प्लान कर रहे हैं तो भारत की इन जगहों पर आपको जरूर घूमना चाहिए। यहां आपको शांति से बारिश का आनंद लेना पसंद है। आइए जानते हैं इन जगहों के बारे में।
मानसून के मौसम में शिलांग को देखने का अलग ही अनुभव होता है। चारों ओर फैली हरियाली, झरनों की गूंज और ठंडी हवा इस हिल स्टेशन की खूबसूरती को कई गुना बढ़ा देती है। यहां उमियम झील, हाथी झरना, शिलांग पीक और वार्ड्स लेक जैसे सुंदर टूरिस्ट स्पॉट देखने लायक हैं। शिलांग एयरपोर्ट नजदीक जरूर है, लेकिन उड़ानें कम होने की वजह से अधिकतर लोग गुवाहाटी एयरपोर्ट से सड़क के रास्ते शिलांग पहुंचना पसंद करते हैं, जो करीब 120 किलोमीटर दूर है।
मानसून के मौसम में मुन्नार की वादियां एक अलग ही रंग में नजर आती हैं। इस मौसम में यहां चारों तरफ फैली हरियाली, चाय के बागान और पहाड़ों पर मंडराते बादल इसे और भी खूबसूरत बना देते हैं। यहां मट्टुपेट्टी डैम, कुंडला झील, एराविकुलम नेशनल पार्क और अट्टुकल झरने जैसे कई टूरिस्ट स्पॉट हैं। मुन्नार पहुंचने के लिए कोचीन, मदुरै या कोयंबटूर एयरपोर्ट से टैक्सी या निजी वाहन से आसानी से सफर किया जा सकता है।
मानसून में चेरापूंजी की खूबसूरती देखते ही बनती है। लगातार होती बारिश इस जगह को हरे-भरे स्वर्ग में बदल देती है। यहां के झरने, रूट ब्रिज, गुफाएं और घाटियां इस मौसम में और भी शानदार नजर आते हैं। नोहकलिकाई फॉल्स, मावस्मई गुफा और डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज जैसे स्थान यहां आने वालों टूरिस्ट को खासा अट्रैक्ट करते हैं। चेरापूंजी जाने के लिए गुवाहाटी एयरपोर्ट से टैक्सी या बस की मदद ली जा सकती है, जो इस खूबसूरत जगह को बाकी शहरों से जोड़ता है।
अलेप्पी को 'पूर्व का वेनिस' भी कहा जाता है। बारिश के मौसम में यहां की बैकवाटर की सैर और हाउसबोट का एक्सपीरिएंस टूरिस्ट को खास अट्रैक्ट करते हैं। चारों ओर फैली हरियाली और नारियल के पेड़ों से घिरे गांव इस जगह को और भी शांत और सुंदर बना देते हैं। अलेप्पी बीच, कृष्णापुरम पैलेस और अंबालापुझा श्री कृष्ण मंदिर यहां के प्रमुख टूरिस्ट स्पॉट हैं। कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से यहां आसानी से टैक्सी या बस के जरिए पहुंचा जा सकता है।
मानसून में कूर्ग की हरी-भरी वादियां, बहते झरने और ठंडी हवा इसे एक परफेक्ट हिल स्टेशन बना देती हैं। कॉफी के बागानों के बीच बसी इस जगह की शांति हर टूरिस्ट को सुकून देती है। घूमने के लिए यहां एबी फॉल्स, राजा की सीट, मदिकेरी किला, नामद्रोलिंग मठ और दुबारे हाथी शिविर जैसे टूरिस्ट स्पॉट हैं। कूर्ग पहुंचने के लिए मैंगलोर, मैसूर या बैंगलोर हवाई अड्डे से टैक्सी या बस ली जा सकती है।