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इस वीकेंड छुट्टियों का बना रहे लंबा प्लान तो बंगाल की ये जगहें हैं आपके लिए बेस्ट, आध्यात्म के साथ मिलेगा सुकून

पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस की छुट्टियां आने वाली हैं। 15 अगस्त के साथ ही आपको शनिवार और रविवार भी मिल रहे हैं। इस दौरान अगर आप एक छोटी छुट्टी मनाने का प्लान बना रहे हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। आप पश्चिम बंगाल में कोई शांत और सुकून वाली जगह खोज रहें है तो इन जगहों पर जरूर जाएं

अपडेटेड Aug 10, 2025 पर 22:54
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अक्सर कई लोग छुट्टियां मनाने गाल के दीघा, पुरी, मंदारमणि या बीरभूम जैसे जगहों पर घूमने जाते हैं। (Photo: Canva)

अगर आप इन जगहों से हटकर कुछ नया और शांत जगह ढूंढ रहे हैं, तो पश्चिम बर्दवान जिले के आसनसोल के पास बराकर में एक पुराने मंदिर में जा सकते है। (Photo: Social Media)

15 अगस्त की छुट्टी में आप यहां एक या दो दिन घूमने जा सकते हैं। यह जगह स्थानीय लोगों के साथ-साथ देश के दूसरे हिस्सों से भी पर्यटकों को अटैक्ट करती है। (Photo: Social Media)

ये जगह पश्चिम बर्दवान के आसनसोल में बराकर नाम की जगह पर एक पुराना मंदिर है, जहाँ चार अलग-अलग प्राचीन मंदिर एक साथ देखे जा सकते हैं। (Photo: Social Media)

इस मंदिर के आसपास हरियाली से भरा सुंदर स्थान भी है, जहां पर आप दर्शन के बाद परिवार के साथ आराम किया जा सकता है।(Photo: Canva/Representation Image)

स्थानीय निवासी और पुरातत्व शोधकर्ता शुभमय चक्रवर्ती ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया, बराकर में चार अलग-अलग मंदिर हैं।(Photo: Canva/Representation Image)

उन्होंने बताया, "मुख्य प्रवेश द्वार से अंदर जाते ही दाहिनी तरफ दुर्गा माता का मंदिर है, जबकि बाईं तरफ गणेशजी का मंदिर है। इनके बीच थोड़ी दूर पर एक खास पश्चिममुखी एक मंदिर दिखाई देगा, जिसमें देवी गुली की मूर्तियां हैं।"(Photo: Canva/Representation Image)

उन्होंने बताया, "इसके अलावा, एक और मंदिर पूर्व की तरफ है जहां शिवलिंग की पूजा होती है। कुल मिलाकर, चार मंदिरों में तीन पूर्व की ओर और एक पश्चिममुखी है।"(Photo: Canva/Representation Image)

अगर आप हावड़ा या बर्दवान से पश्चिम बर्दवान जिले आना चाहते हैं, तो पहले आसनसोल रेलवे स्टेशन पहुंचें। इसके बाद यहां से फिर आसनसोल बस स्टैंड जाएं। (Photo: socail Media)

वहां से कुल्टी-नियमतपुर-बराकर रूट की बस लें और बराकर बस स्टैंड पर उतरें। वहां से मंदिर तक पैदल या टोटो से सिद्धेश्वर मंदिर तक जा सकते हैं। (Photo: Canva/Representation Image)

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