बाबा वेंगा का नाम आज भी रहस्यमयी भविष्यवाणियों के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है। उनका असली नाम वांगेलिया पांडेवा दिमित्रोवा था और उनका जन्म 31 जनवरी 1911 को बुल्गारिया में एक साधारण परिवार में हुआ था। बचपन में वो भी बाकी बच्चों की तरह ही खेलकूद और पढ़ाई में लगी रहती थीं, लेकिन जब वो सिर्फ 12 साल की थीं, तब एक जबरदस्त तूफान ने उनकी जिंदगी बदल दी। इस तूफान में उड़ती रेत ने उनकी आंखों की रोशनी छीन ली। अंधापन ने उन्हें कमजोर नहीं किया, बल्कि कहा जाता है कि इसी के बाद उन्हें भविष्य देखने की अद्भुत शक्ति मिल गई।
धीरे-धीरे लोगों को उनके इस चमत्कार के बारे में पता चला और दूर-दूर से लोग उनसे अपने आने वाले कल के बारे में जानने आने लगे। उनकी कहानियां और भविष्यवाणियां आज भी लोगों को हैरान करती हैं और चर्चा में बनी रहती हैं।
बाबा वेंगा ने करीब पचास साल तक सैकड़ों भविष्यवाणियां कीं। खास बात ये है कि कई बार उनकी कही बातें सच साबित हुईं।
द्वितीय विश्व युद्ध: उन्होंने युद्ध के नतीजों को पहले ही देख लिया था।
सोवियत संघ का विघटन: उन्होंने USSR के बिखरने की भविष्यवाणी की थी, जो 1991 में सही साबित हुई।
9/11 हमला: उनकी सबसे चौंकाने वाली भविष्यवाणी में अमेरिका का 9/11 आतंकी हमला भी शामिल है।
प्रिंसेस डायना की मौत: डायना की दुखद मृत्यु भी उन्होंने पहले ही भांप ली थी।
2004 सुनामी: हिंद महासागर में आई भीषण सुनामी का संकेत भी उनके शब्दों में था।
कोरोना महामारी: 2020 की कोविड त्रासदी को भी लोग उनकी भविष्यवाणियों से जोड़ते हैं।
आने वाले सालों के लिए क्या कहा?
बाबा वेंगा ने सिर्फ अपने दौर के लिए नहीं, बल्कि साल 5079 तक के लिए भी भविष्यवाणियां छोड़ी हैं। उनका दावा था कि आगे दुनिया में आर्थिक संकट, प्राकृतिक आपदाएं और यूरोप में तनाव जैसी घटनाएं होंगी। हालांकि, उनकी कई भविष्यवाणियां बहस का विषय भी बनी रहती हैं।
आज भी रहस्यमयी क्यों हैं बाबा वेंगा?
मौत के सालों बाद भी बाबा वेंगा का नाम लोगों की जिज्ञासा का केंद्र बना हुआ है। उनकी भविष्यवाणियों पर किताबें लिखी गईं, डॉक्यूमेंट्री बनीं और सोशल मीडिया पर आज भी चर्चाएं होती रहती हैं। चाहे आप विश्वास करें या न करें, बाबा वेंगा का जादू अब भी कायम है।