विक्रमपुर गांव की एक रात कुछ अलग ही थी। चारों ओर सन्नाटा पसरा था, लेकिन अचानक मुर्गियों की जोरदार चीख-पुकार ने पूरे घर को हिला दिया। घबराए हुए घरवाले जैसे ही बाहर निकले, उन्हें कुछ ऐसा दिखा जिसकी उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की थी। आंगन में एक विशाल कोबरा मौजूद था, और उसने एक भारी-भरकम मुर्गी को शिकार बना लिया था। लेकिन मुसीबत तब हो गई जब कोबरा उस मुर्गी को पूरी तरह निगल नहीं पाया। शिकार उसके मुंह में फंसा रह गया और खुद सांप भी उलझ गया।