Heavy Rain Alert : जून के महीने में पूरे देश में लगातार बारिश देखने को मिली। इस बाद आठ पहले ही मानसून ने पूरे देश को कवर कर लिया और अधिकतर राज्यों में झमाझम बरसाना शुरू कर दिया। वहीं जून से भी ज्यादा जुलाई में बारिश होने की संभालना जताई गई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अनुमान लगाया है कि जुलाई 2025 में देशभर में औसत से ज्यादा बारिश हो सकती है यानी सामान्य से 6 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो सकती है।
IMD के प्रमुख डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि देश के कई हिस्सों में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में बारिश सामान्य से कम रह सकती है। इनमें पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्से, पूर्वी भारत के कुछ इलाके, दक्षिण भारत के सुदूर दक्षिणी भाग और उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ क्षेत्र शामिल हैं।
इस बार मानसून ने जल्दी दी दस्तक
इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून ने केरल में 1 जून की सामान्य तारीख से पहले 24 मई को दस्तक दी, जो 2009 के बाद 17 सालों में सबसे जल्दी शुरुआत है। 2009 में मानसून 23 मई को आया था। तेजी से आगे बढ़ते हुए मानसून ने 29 जून तक पूरे देश को कवर कर लिया, जो इसकी सामान्य तारीख 8 जुलाई से नौ दिन पहले है। 29 मई तक यह दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर भारत तक पहुंच चुका था। 16 जून से फिर से इसकी रफ्तार बढ़ी और 26 जून तक उत्तर-पश्चिम राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दक्षिणी पंजाब, दक्षिणी हरियाणा और दिल्ली के कुछ हिस्सों को छोड़कर देश के ज़्यादातर हिस्सों में पहुंच गया।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि, जून 2025 में पूरे देश में औसतन 180 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य 165.3 मिमी से अधिक है। हालांकि, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में बारिश सामान्य से कम रही। पूर्वोत्तर भारत में सिर्फ 272.9 मिमी बारिश हुई, जबकि औसतन 328.4 मिमी होती है। इससे पहले 27 मई को आईएमडी ने कहा था कि 2025 में मानसून सामान्य से बेहतर रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक, जून से सितंबर के बीच पूरे भारत में औसत से 6% अधिक यानी 106% बारिश होने की संभावना है। आईएमडी ने यह भी कहा कि मध्य भारत और दक्षिणी प्रायद्वीप के कुछ इलाकों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में अच्छी बारिश की उम्मीद है।
जून में हुई रिकॉर्ड तोड़ बारिश
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, जून 2025 में बहुत भारी बारिश के 70 मामले दर्ज किए गए, जबकि पिछले साल इसी महीने में ऐसे 51 मामले सामने आए थे। यानी इस बार गंभीर बारिश की घटनाओं में वृद्धि देखी गई है। आईएमडी ने यह भी बताया कि पिछले तीन वर्षों में जून के महीने में बारिश सामान्य से कम रही थी, लेकिन इस साल हालात बेहतर रहे। इस बार अच्छी बारिश होने के पीछे मुख्य कारण यह रहा कि जून के अधिकतर दिनों में मॉनसून ट्रफ सामान्य स्थिति से थोड़ी दक्षिण की ओर बनी रही, खासकर महीने के दूसरे हिस्से में। इस स्थिति ने अधिक वर्षा में योगदान दिया।