देश के कई हिस्सों में मानसून दोबारा रफ्तार पकड़ता नजर आ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण और पूर्वी भारत में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश देखने को मिल सकती है। खासकर आंध्र प्रदेश, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। बंगाल की खाड़ी में बने मौसमीय दबाव के चलते हालात बिगड़ सकते हैं। लगातार बारिश से जनजीवन पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है। विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। कई जगहों पर जलभराव, बिजली गिरने और फसलों को नुकसान की भी संभावना है। ऐसे में जरूरी सावधानियां बरतना बेहद जरूरी हो गया है।
विशाखापत्तनम के पास बन रहा दबाव
मौसम विभाग के मुताबिक, विशाखापत्तनम के पास समुद्र तल से करीब 5.8 किलोमीटर ऊपर एक दबाव प्रणाली बन रही है। इसका असर सिर्फ आंध्र प्रदेश ही नहीं बल्कि ओडिशा और छत्तीसगढ़ में भी दिखाई देगा। इस दबाव के चलते इन राज्यों में बारिश की गतिविधियां तेज हो सकती हैं।
24 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में नया सिस्टम
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया है कि 24 जुलाई को बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्से में एक नया लो प्रेशर एरिया बनने की संभावना है। ये सिस्टम और ज्यादा सक्रिय होकर भारी बारिश का कारण बन सकता है।
तेज हवाएं और बारिश का डबल अटैक
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। इन हवाओं के साथ बिजली गिरने और पेड़ गिरने जैसी घटनाएं भी हो सकती हैं। लोगों को सतर्क रहने और समुद्र से दूर रहने की सलाह दी गई है।
उत्तरी आंध्र प्रदेश: कुछ जगहों पर मध्यम और कहीं-कहीं भारी बारिश
दक्षिणी तटीय क्षेत्र और रायलसीमा: मध्यम से बहुत भारी बारिश तक का अनुमान
छत्तीसगढ़ और ओडिशा: कई इलाकों में लगातार बारिश की संभावना
बारिश के कारण निचले इलाकों में जलभराव और फसलों को नुकसान हो सकता है।
किसानों और यात्रियों के लिए जरूरी अलर्ट
मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे खेतों में पानी भरने से बचाव की व्यवस्था करें। वहीं, यात्रियों को सड़क पर फिसलन और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
राज्य सरकारें और स्थानीय प्रशासन पूरी तरह तैयार हैं। तटीय जिलों में राहत और बचाव दलों को तैनात कर दिया गया है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त सलाह दी गई है।