Online Betting Scam Case News: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ऑनलाइन सट्टेबाजी घोटाले के मामले में पूर्व दिग्गज भारतीय क्रिकेटरों युवराज सिंह, सुरेश रैना और हरभजन सिंह से पूछताछ की है। सिर्फ क्रिकेटर ही नहीं बल्कि सोनू सूद और उर्वशी रौतेला जैसी बॉलीवुड हस्तियों से भी पूछताछ की गई है। ED सूत्रों ने NDTV को बताया कि युवराज सिंह, हरभजन सिंह और सुरेश रैना से ED ने हाल ही में सवाल-जवाब किए हैं। साथ ही बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद और उर्वशी रौतेला से भी मामले में पूछताछ की गई। हालांकि, इसके बारें में अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
प्रवर्तन निदेशालय ने अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्स केस की जांच का दायरा बढ़ाते हुए हरभजन सिंह और सुरेश रैना तथा अभिनेत्री उर्वशी रौतेला के विज्ञापनों को भी जांच में शामिल कर लिया है। सूत्रों ने NDTV प्रॉफिट को बताया कि 1xBet जैसे प्रतिबंधित प्लेटफॉर्म के प्रचार की चल रही जांच के तहत इन और अन्य मशहूर हस्तियों से पूछताछ की गई थी। उन्होंने कहा कि ये प्लेटफॉर्म विज्ञापन अभियानों में 1xbat जैसे 'सरोगेट नामों' का इस्तेमाल कर रहे थे।
इसमें वेब लिंक (ऑनलाइन सामग्री के लिए) और QR कोड शामिल थे। ताकि यूजर्स को मौजूदा कानूनों का उल्लंघन करते हुए मूल (और अवैध) सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म पर भेजा जा सके। युवराज, हरभजन सिंह और रैना के प्रतिनिधियों ने NDTV से बात करने से इनकार कर दिया। जबकि रौतेला और लोकप्रिय अभिनेता सोनू सूद सहित अन्य लोगों के प्रतिनिधियों ने भी सवालों के जवाब नहीं दिए। ED के सूत्रों ने कहा कि विज्ञापन अभियान चलाने के लिए विभिन्न कंपनियों को 50 करोड़ रुपये से अधिक की राशि का भुगतान किया गया था।
अवैध सट्टेबाजी ऐप पर बड़ी कार्रवाई
अवैध सट्टेबाजी ऐप और प्लेटफ़ॉर्म मामले में मई में तेलंगाना पुलिस ने राणा दग्गुबाती और प्रकाश राज सहित 25 लोकप्रिय अभिनेताओं के खिलाफ मामले दर्ज किए थे। शिकायतकर्ता ने कहा, "इन अवैध प्लेटफ़ॉर्म में हजारों लाखों रुपये शामिल हैं... यह परिवारों को संकट में डाल रहा है, खासकर मध्यम वर्ग और निम्न मध्यम वर्ग के लोगों को...।" इसके जवाब में दग्गुबाती और राज ने इस बात से इनकार किया कि उनकी हरकतें अवैध थीं। उन्होंने तर्क दिया कि वे वर्तमान में इन प्लेटफार्मों का समर्थन नहीं करते हैं। जब उन्होंने इनका समर्थन किया था, तो अभियान उन क्षेत्रों तक सीमित थे जहां ऑनलाइन खेलों को कानूनी रूप से अनुमति दी गई थी।
महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी मामला
2023 और 2024 के बीच महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले पर बहुत बड़ा विवाद हुआ था। आरोपों और दावों ने छत्तीसगढ़ के दिग्गज राजनेताओं और नौकरशाहों को झकझोर कर रख दिया, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल थे। बघेल ने घोटाले से किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया। उन्होंने आरोपों को 'राजनीति से प्रेरित' बताया, जो 2023 में राज्य चुनाव और पिछले साल के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले आए थे।
महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले की अनुमानित अवैध आय अकेले 6,000 करोड़ रुपये को पार करने की उम्मीद है। वहीं, विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में अवैध सट्टेबाजी ऐप का कारोबार 100 बिलियन डॉलर से ज्यादा का है। अधिकारियों द्वारा ऐसे सभी प्लेटफ़ॉर्म पर नकेल कसने के प्रयासों के बावजूद यह सालाना 30 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। अनुमान है कि 11 करोड़ भारतीय रोजाना इन ऐप का इस्तेमाल करते हैं। प्रमोटरों द्वारा की गई वित्तीय धोखाधड़ी के कारण 1,000 से ज्यादा आत्महत्याएं हुई हैं, जिनमें स्कूली छात्र भी शामिल हैं।