मध्य प्रदेश के सीधी जिले के एक ब्यूटी पार्लर में जो नजारा सामने आया, उसने सबको हैरान कर दिया। जगह सैलून की थी, लेकिन वहां मिला ऐसा ‘ग्राहक’ जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। कुछ देर पहले तक जहां बालों की स्टाइलिंग हो रही थी, वहीं अगले ही पल हर तरफ चीख-पुकार मच गई। करीब 3-4 फुट लंबा और 7 किलो वजनी सांप अचानक फर्श पर दिखाई दिया। किसी ने सोचा, कोई मजाक होगा, पर जब सांप हिला तो सबके होश उड़ गए। देखते ही देखते मामला पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गया। वन विभाग की टीम पहुंची और उस सांप को सुरक्षित रेस्क्यू किया।
लेकिन ये कोई आम सांप नहीं था इसका नाम सुनते ही एक्सपर्ट्स भी चौकन्ने हो गए। पिछले कुछ महीनों में बार-बार इसी तरह के सांप का दिखना अब कई सवाल खड़े कर रहा है क्या ये संयोग है या किसी बड़े राज की शुरुआत?
रेड सैंड बोआ की एक अजीब पहचान है इसके सिर और पूंछ दिखने में लगभग एक जैसे होते हैं, इसलिए देसी बोलचाल में लोग इसे “दो मुंहा सांप” भी कह देते हैं। पर डरने की जरूरत नहीं ये विषरहित और बहुत शांत प्रकृति का होता है। आम जहरीले सांपों की तरह आक्रमक नहीं, बल्कि अक्सर मिट्टी में छिपकर रहता है — खासकर खेतों की मिट्टी, मुंडेरों के पास। लोग अक्सर इसे छोटे अजगर समझ लेते हैं।
क्यों करोड़ों में बिकता है
यहां हैरानी होती है कि इस शांत सांप की कीमत अंतरराष्ट्रीय काले बाजार में 3 करोड़ से लेकर 25 करोड़ रुपये तक बताई जाती है। क्यों? कुछ समुदायों में इसे शुभ माना जाता है “गुडलक” का टोटका समझकर अमीर लोग इसे पालना चाहते हैं। कुछ जगहों पर अंधविश्वास के तहत तांत्रिक कामों या गलत रिवाजों में इसे इस्तेमाल करने की भी खबरें हैं। चीन में भी इसकी मांग के पीछे स्थानीय भ्रांतियां जुड़ी बताई जाती हैं। नतीजा तस्कर बड़े भाव दे कर इसे पकड़ने की कोशिश करते हैं।
क्या पकड़ा या मारना अपराध है?
भारत में रेड सैंड बोआ की सुरक्षा भी कानून में दर्ज है। ये वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची-4 में शामिल है। मतलब इसे पकड़ना, रखना, बेचना या मारना गैरकानूनी है। दोषी मिले तो तीन साल तक सजा या ₹25,000 जुर्माना या दोनों की सजा हो सकती है। इसलिए न सिर्फ नैतिक बल्कि कानूनी भी इसकी सुरक्षा जरूरी है।