राष्ट्रीय लोकदल (RLD) नेता अमित चौधरी की उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में संदिग्ध तौर पर कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई। सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी। सूत्रों के अनुसार, यह घटना उस समय हुई, जब अमित 20 मार्च को सुबह की सैर के लिए अपने घर से बाहर निकले थे। उन्होंने बताया कि सैर के बाद अमित पास के गांव हबीबपुर में अपने मामा के प्लॉट पर पहुंचे और रास्ते में खड़े हो गए।
इस घटना का एक CCTV फुटेज भी सामने आया, जिसमें दिखाया गया था कि वह अचानक जमीन पर गिर गए और फिर उनकी मौत हो गई। गिरने से पहले उन्होंने खुद को दीवार के सहारे टिकाने की भी कोशिश की, लेकिन कुछ ही सेकंड में वह बेहोश हो गया।
पता चला है कि 28 साल के RLD नेता को इससे पहले दिल और सीने में कोई शिकायत नहीं थी। अमित RLD की खुर्जा इकाई के सचिव थे और केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी के करीबी सहयोगी थे।
सूत्रों ने बताया कि वह मदनपुर गांव में अपने माता-पिता के साथ रहते थे और हाल ही में उनकी शादी तय हुई थी। RLD ने अमित के आकस्मिक निधन पर दुख जताय है।
RLD बुलंदशहर के अध्यक्ष पंकज प्रधान ने कहा, "अमित एक खुशमिजाज व्यक्ति थे, जिनके आकस्मिक निधन से उनका परिवार गहरे सदमे में है। साथ ही RLD ने भी अपना सच्चा सिपाही खो दिया है।"
डॉक्टर हितेश कौशिक के अनुसार, तनाव का असर इंसान के दिमाग, दिल और सभी अंदरूनी अंगों पर पड़ता है। गलत खान-पान, असमय खाना और लगातार शराब पीने से दिल कमजोर हो सकता है।