भारत में आजकल एक सांप और उसके किस्से खूब सुनने को मिल रहे हैं। इस सांप का नाम है रसल्स वाइपर (Daboia russelii)। इसकी खासियत ये है कि ये सांप कूकर की तेज सीटी जैसी आवाज निकालता है। ये भारत के सबसे खतरनाक सांपों में से एक है। ये मुख्य रूप से असम, राजस्थान और कर्नाटक जैसे राज्यों में पाया जाता है। हाल के कुछ समय में इन राज्यों में सांप के काटने की घटनाएं काफी तेजी से बढ़ी हैं, जिससे लोग दहशत में आ गए हैं।
रसस्ल वाइपर स्नेक अपने जहर के लिए भी जाना जाता है। इसके साथ ही ये सांप काफी फुर्तीला और आक्रामक भी होता है। ये खतरे का संकेत देने के लिए तेज सीटी जैसी आवाज निकालता है। भारत में इसे बिग फोर (रसेल्स वाइपर, कोबरा, क्रेट और सॉ स्केल्ड वाइपर) यानी चार सबसे जहरीले सांपों में गिना जाता है। इस सांप को रिहायशी इलाकों के आसपास खासतौर से पाया जाता है, क्योंकि ये चूहों का शिकार करता है जो रिहायशी इलाकों के निकट ज्यादा पाए जाते हैं। ये घास के मैदानों और खेतों में छुप कर रहता है।
रसेल्स वाइपर स्नेक के बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि इसका जहर हेमोटॉक्सिक होता है। यानी ये खून में मिलने पर खून के थक्के बनने लगते हैं। इसके काटने पर किडनी फेल होने जैसी खतरनाक स्थिति पैदा हो सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक एक वयस्क रसल्स वाइपर सांप काटते समय 130-250 मिलिग्राम जहर शिकार के अंदर छोड़ता है, जबकि इंसान के लिए सिर्फ 40 मिलिग्राम जहर ही काफी है। इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि इसका जहर कितना खतरनाक है।
सीटी सुनते ही जान बचाने के लिए भागें
असम में 13 साल के बच्चे की मौत का कारण बना
रसल्स वाइपर सांप के काटने से असम के सोनितपुर जिले में एक 13 साल के बच्चे की मौत हो गई। सीटी की आवाज सुनकर वह भागा, जब सांप ने उस पर हमला किया। विशेषज्ञों के अनुसार, सांप की ये प्रजाति यूं तो हमलावर नहीं होती है, लेकिन खतरा महसूस होने पर ये बिजली की फुर्ती से हमला कर सकते हैं।