TCS Employee: टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के एक एंप्लॉयी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। दरअसल TCS के पुणे ऑफिस के बाहर फुटपाथ पर सोते हुए उस एंप्लॉयी एक तस्वीर वायरल हुई थी। सौरभ मोरे नाम के इस कर्मचारी ने दावा किया था कि कंपनी ने उसे महीनों से सैलरी नहीं दी है। अब कंपनी ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। TCS ने सफाई देते हुए कहा है कि यह मामला 'अनऑथराइज्ड एब्सेंस' का है, जिसके कारण कर्मचारी का वेतन रोका गया था।
महीनों से रोकी गई सैलेरी: कर्मचारी
पुणे में TCS के लिए काम करने वाले सौरभ मोरे ने एक हाथ से लिखे पत्र में दावा किया था कि कंपनी ने उसका वेतन रोक रखा है। इस पत्र की तस्वीर फुटपाथ पर उसके पास रखी थी, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। पत्र में मोरे ने लिखा था, 'मैंने एचआर को इन्फॉर्म किया है कि मेरे पास पैसे नहीं हैं और मुझे फुटपाथ पर सोने और रहने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।' उसने यह भी दावा किया कि 29 जुलाई 2025 को ऑफिस आने के बाद भी उसकी आईडी एक्टिव नहीं थी और एचआर ने वेतन देने का आश्वासन दिया था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, TCS ने बताया कि कर्मचारी के वेतन को 'अनाधिकृत अनुपस्थिति' के कारण रोक दिया गया था, जो कि कंपनी की स्टैंडर्ड प्रक्रिया का हिस्सा है। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, 'यह अनाधिकृत अनुपस्थिति का मामला है, जहां कर्मचारी ऑफिस से अनुपस्थित रहा। स्टैंडर्ड प्रोसेस के अनुसार, इस दौरान वेतन रोक दिया गया था। कर्मचारी ने अब वापस आकर बहाली का अनुरोध किया है। हमने उसे फिलहाल रहने की जगह दी है और उसकी स्थिति को निष्पक्ष और पॉजिटिव तरीके से सुलझाने में मदद कर रहे हैं।' कंपनी ने इस बात की भी पुष्टि की है कि कर्मचारी अब ऑफिस के बाहर नहीं रह रहा है।