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Top Richest Royal Families: ये हैं भारत के सबसे धनी राजपरिवार जो आज भी जीते हैं शाही जीवन, जानिए इनके आय का श्रोत

Top Richest Royal Families: भारत के प्रमुख राजपरिवार अपनी विरासत को पर्यटन, हॉस्पिटैलिटी, रियल एस्टेट, कला और राजनीति के माध्यम से आर्थिक रूप से सशक्त बनाए हुए हैं। ये परिवार ऐतिहासिक महलों को होटल और सांस्कृतिक केंद्रों में परिवर्तित कर अपनी धरोहर और समृद्धि दोनों को बनाएं रखते हैं।

Shradha Tulsyan
अपडेटेड Nov 02, 2025 पर 23:56
Top Richest Royal Families: ये हैं भारत के सबसे धनी राजपरिवार जो आज भी जीते हैं शाही जीवन, जानिए इनके आय का श्रोत

जोधपुर का राजपरिवार
जोधपुर परिवार की संपत्ति लगभग 22,000 करोड़ रुपये आंकी गई है। महाराज गज सिंह द्वितीय के नेतृत्व में, यह परिवार अपनी ऐतिहासिक दौलत को आधुनिक हॉस्पिटैलिटी व्यवसाय में बदल चुका है। उनके पास विश्व प्रसिद्ध उम्मेद भवन पैलेस है, जो आधा होटल और आधा निवास स्थान है। राजपरिवार ने इसे एक लाभकारी व्यवसाय के रूप में विकसित किया है। जोधपुर का राजपरिवार महाराजा गज सिंह द्वितीय के नेतृत्व में है। इनके पास उम्मेद भवन पैलेस है, जो राजपरिवार का आवास होने के साथ-साथ ताज होटल के साथ मिलकर चलाया जाने वाला लक्जरी होटल भी है। पैलेस के तीन हिस्से हैं: एक हिस्सा परिवार का घर, दूसरा लक्जरी होटल और तीसरा म्यूजियम है। यह पैलेस पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। राजपरिवार की सबसे बड़ी आय स्रोत इसी हॉस्पिटैलिटी व्यवसाय से है।

उम्मेद भवन पैलेस - भारत का सबसे अमीर शाही परिवार

जयपुर का कछवाहा राजपरिवार
जयपुर का कछवाहा वंश लगभग 20,000 करोड़ रुपये का है। महाराजा पद्मनाभ सिंह ने परंपरा और आधुनिकता को जोड़ते हुए अपने परिवार की विरासत को संरक्षित किया है। यह परिवार हॉस्पिटैलिटी उद्योग में सक्रिय है, जिसमें ताज होटल के साथ साझेदारी और Airbnb जैसे प्लेटफॉर्म के जरिए आय होती है। जयपुर का कछवाहा राजपरिवार, जो राजस्थान के दिल में स्थित है, अपनी ऐतिहासिक विरासत और सांस्कृतिक वैभव के लिए जाना जाता है। जयपुर के वर्तमान महाराजा पद्मनाभ सिंह और मां दीया कुमारी परिवार की विरासत को आधुनिकता के साथ जोड़ रहे हैं। परिवार के पास अनेक महल और भूमि है। एयरबीएनबी के साथ भी उनकी साझेदारी है जिससे अतिरिक्त आय होती है। यह परिवार परंपराओं और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए भी जाना जाता है और कई सामाजिक कार्यों में योगदान देता है।

ताज होटल का रामबाग पैलेस - भारत का सबसे अमीर शाही परिवार

मेवाड़ के राजपरिवार
मेवाड़ का राजपरिवार 10,000 करोड़ का मालिक है, जो पर्यटन और होटल उद्योग में बड़ा योगदान देता है। उनके पास उदयपुर के सीटी पैलेस सहित कई विरासत स्थल हैं, जिन्हें पर्यटन के लिए खोल दिया गया है। मेवाड़ राजपरिवार की शुरूआत 7वीं शताब्दी में हुई थी। महाराणा प्रताप इसी वंश के प्रमुख योद्धा थे। वर्तमान में इस परिवार की आय का मुख्य स्रोत उनके पास मौजूद पुरानी हवेलियां, हवा महल, और कई ऐतिहासिक महल हैं, जिन्हें होटल और संग्रहालयों में बदला गया है।

भारत का सबसे अमीर शाही परिवार - सिटी पैलेस उदयपुर

पठौदी नवाब परिवार
पठौदी नवाब परिवार बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान के नेतृत्व में है। यह परिवार मुख्यतः फिल्म उद्योग और अपनी संपत्तियों से आय प्राप्त करता है। पठौदी पैलेस फिल्म शूटिंग और सांस्कृतिक आयोजनों के लिए प्रयुक्त होता है, जिससे अच्छी कमाई होती है। सैफ अली खान के फिल्मी करियर ने भी परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत किया है। पठौदी नवाबों का कुल मूल्य लगभग 800 करोड़ है। यह परिवार अपने ऐतिहासिक महल से भी आय प्राप्त करता है, जो फिल्म शूटिंग और कार्यक्रमों के लिए इस्तेमाल होता है।

भारत का सबसे अमीर शाही परिवार - पटौदी पैलेस

अलसीसर राजपरिवार
अलसीसर परिवार राजस्थान के जयपुर और राणथंभौर में अपने भव्य महलों और होटलों के जरिए आय प्राप्त करता है। साथ ही, अलसीसर का वर्तमान संरक्षक अभिमन्यु सिंह EDM फेस्टिवल 'मैग्नेटिक फील्ड्स' के प्रमुख आयोजकों में से एक हैं, जो युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय है। ये व्यवसाय साम्राज्य इस परिवार को आर्थिक रूप से सशक्त बनाए हुए हैं। अलसीसर परिवार राजस्थान में अपने भव्य महलों और होटलों से कमाई करता है। इसके अतिरिक्त, परिवार प्रमुख EDM फेस्टिवल 'मैग्नेटिक फील्ड्स' का प्रायोजन भी करता है।

अलसीसर महल

गायकवाड़ परिवार (बड़ौदा)
गायकवाड़ परिवार की प्रमुख आय का स्रोत उनके विशाल जमीन और रियल एस्टेट व्यवसाय से आता है। साथ ही, वे गुजरात और बनारस के मंदिर ट्रस्टों का संचालन करते हैं। परिवार के मुखिया समरजीत सिंह गायकवाड़ राजनेता भी रह चुके हैं। गायकवाड़ परिवार की संपत्ति लगभग 20,000 करोड़ है, जो मुख्यतः अचल संपत्ति, मंदिर ट्रस्ट, और राजनीति में उनकी भागीदारी से आती है।

लक्ष्मी विलास पैलेस

वाडियार वंश (मैसूर)
वाडियार वंश का मुख्य व्यवसाय हॉस्पिटैलिटी और सिल्क इंडस्ट्री है। वे ‘मैसूर सिल्क’ के निर्माता माने जाते हैं। वर्तमान मुख्य नेता यदुवीर कृष्णदत्त चमाराज वाडियार हैं, जो पर्यटन और विरासत संवर्धन के काम में सक्रिय हैं। मैसूर के वाडियार परिवार का मुख्य आय स्रोत सिल्क उद्योग और पर्यटन है। ‘मैसूर सिल्क’ इस परिवार की मुख्य पहचान है। ये परिवार पारंपरिक शासक नहीं रहे, लेकिन अपनी आर्थिक गतिविधियों और विरासत संरक्षण के माध्यम से संपन्न रहे हैं।

मैसूर पैलेस

जमनगर राजपरिवार
जमनगर के राजपरिवार की कुल संपत्ति लगभग 1450 करोड़ रुपये से अधिक है। क्रिकेटर अजय जडेजा इनके प्रमुख सदस्य हैं। यह परिवार जमनगर के ऐतिहासिक महलों, आभूषणों और बड़े भू-भाग के मालिक हैं। इनके पास विशाल महल, कीमती आभूषण और संपत्तियां हैं, जिनसे वे आर्थिक रूप से मजबूत बने हुए हैं।

जामनगर शाही महल

भारतीय राजपरिवारों ने अपने ऐतिहासिक धरोहरों को व्यवसायों में तब्दील कर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत किया है। इनका मुख्य आय स्रोत अब पर्यटन, हॉस्पिटैलिटी, रियल एस्टेट, राजनीति, कला, और सांस्कृतिक गतिविधियां हैं। ये परिवार न केवल अपनी विरासत को संजोए हुए हैं, बल्कि आधुनिक उद्यमिता के द्वारा भी आर्थिक रूप से सशक्त बने हुए हैं।

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