US-China Trade War: अमेरिका और चीन के टैरिफ वार लगातार गहराता ही जा रहा है लेकिन अब संकेत मिल रहे हैं कि अमेरिका के आगे चीन झुक गया है। कारोबारी विवादों के निपटारे के लिए चीन ने अमेरिका से बातचीत का आग्रह किया है। इस खुलासे पर अमेरिकी इंडेक्स फ्यूचर्स रेड से ग्रीन हो गए हैं। इससे पहले अमेरिका के रेसिप्रोकल टैरिफ के जवाब में चीन ने भी 34 फीसदी का टैरिफ लगाया तो अमेरिका ने चीन पर 104 फीसदी का टैरिफ लगा दिया। इसके चलते दुनिया भर के स्टॉक मार्केट एक बार फिर दबाव में आ गए। हालांकि अब चीन के कदम से राहत मिलती दिख रही है
अमेरिकी इंडेक्स के फ्यूचर्स रेड से ग्रीन
अमेरिका और चीन के बीच चल रहे ट्रेड वार के चलते स्टॉक मार्केट में बिकवाली का दबाव है। हालांकि चीन के बातचीत के आग्रह पर अमेरिकी इंडेक्सेज से जुड़े फ्यूचर्स तेजी से रिकवर हुए। हालांकि करीब दो फीसदी नीचे टूटने के बाद रिकवरी हुई है और बढ़त अभी मामूली ही है लेकिन ग्रीन जोन में हैं। दोपहर 1.15 बजे के आस-पास एसएंडपी फ्यूचर्स करीब 0.1 फीसदी और डाऊ जोन्स फ्यूचर्स 0.2 फीसदी मजबूत दिख रहा है। टेक-हैवी नास्डाक फ्यूचर्स भी 500 से अधिक प्वाइंट्स रिकवर होकर 0.41 फीसदी की बढ़त के साथ 17,318.75 पर है। बता दें कि अमेरिका ने चीन पर 104 फीसदी टैरिफ लगाया तो अमेरिकी मार्केट के बेंचमार्क इंडेक्सेज करीब 4 फीसदी चढ़ने के बाद धड़ाम से गिर गए और 8 अप्रैल को नास्डाक 2.15 फीसदी टूटकर 15267.91, एसएंडपी 500 भी 1.56 फीसदी फिसलकर एक साल में पहली बार 5000 के नीचे 4982.77 पर बंद हुआ है।
क्या संकेत दिया है चीन ने?
चीन की सरकारी एजेंसी शिन्हुआ ने आज 9 अप्रैल को अमेरिका के साथ चल रहे ट्रेड वार पर सरकार के रुझान पर श्वेतपत्र जारी किया है। रिपोर्ट में श्वेत पत्र के हवाले से कहा गया है कि चीन ने अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए "बलपूर्वक" जवाबी कदम उठाए हैं, लेकिन वह अमेरिका के साथ आपसी बातचीत के जरिए विवादों को सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध है। श्वेत पत्र में आगे कहा गया है कि दोनों देशों के बीच कारोबारी मतभेद होना "स्वाभाविक" है। सीएनबीसी ने चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान के एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिए गए बयान के हवाले से बताया कि चीन का मानना है कि अगर अमेरिका वास्तव में बातचीत के जरिए समस्या का समाधान करना चाहता है, तो उसे समानता, सम्मान और पारस्परिक फायदे का रवैया दिखाना चाहिए।