US Attacks Iran News: ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने चेतावनी दी है कि ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिका के हमलों के दूरगामी परिणाम होंगे। उन्होंने कहा कि तेहरान के पास पलटवार करने के सभी विकल्प मौजूद हैं। विदेश मंत्री अब्बास अरागची एस्फहान, फोर्दो और नतांज पर अमेरिकी हमलों पर सबसे पहले प्रतिक्रिया देने वाले शीर्ष अधिकारी हैं। अरागची ने कहा कि आज सुबह की घटनाएं बहुत ही भयानक हैं। इनके दूरगामी परिणाम होंगे। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र चार्टर और आत्मरक्षा के लिए वैध कदम की अनुमति देने संबंधी इसके प्रावधानों के अनुरूप ईरान के पास अपनी संप्रभुता, हितों और लोगों की रक्षा के लिए सभी विकल्प मौजूद हैं।
ईरानी विदेश मंत्री ने रविवार (22 जून) को X पर लिखा, "संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य संयुक्त राज्य अमेरिका ने ईरान के शांतिपूर्ण परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमला करके संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतर्राष्ट्रीय कानून और एनपीटी का गंभीर उल्लंघन किया है। आज सुबह की घटनाएं अपमानजनक हैं और इनके दूरगामी परिणाम होंगे।"
उन्होंने आगे कहा, "संयुक्त राष्ट्र के प्रत्येक सदस्य को इस अत्यंत खतरनाक, अराजक और आपराधिक व्यवहार से चिंतित होना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र चार्टर और इसके प्रावधानों के अनुसार आत्मरक्षा में वैध प्रतिक्रिया की अनुमति देते हुए, ईरान अपनी संप्रभुता, हित और लोगों की रक्षा के लिए सभी विकल्प सुरक्षित रखता है।"
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत ने ईरान पर अमेरिका के हमलों के बाद रविवार को सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाने का अनुरोध किया। ईरानी राजदूत आमिर सईद ईरानवी ने एक पत्र लिख कर कहा कि संयुक्त राष्ट्र के सबसे शक्तिशाली निकाय को अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत अमेरिका को जवाबदेह ठहराने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने होंगे।
पत्र में कहा गया, "इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान इन अकारण और पूर्वनियोजित आक्रामक कृत्यों की कड़े शब्दों में निंदा करता है। ये 13 जून को ईरान के परमाणु केंद्रों और ठिकानों पर बड़े पैमाने पर इजरायल द्वारा किए गए सैन्य हमले के बाद किए गए हैं।"
इजरायली हमलों में अब तक 865 लोगों की मौत
ईरान पर इजरायल के हमलों में कम से कम 865 लोगों की मौत हो गई और 3,396 अन्य घायल हो गए हैं। अमेरिका के मानवाधिकार संगठन 'ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स' ने पूरे ईरान के आंकड़े पेश किए। संगठन ने कहा कि मृतकों में 363 नागरिक और 215 सुरक्षा बल के जवान शामिल हैं। 'ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स' ने ईरानी नागरिक महसा अमीनी की मौत के बाद वहां 2022 में हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान हताहतों की विस्तृत संख्या भी प्रदान की थी।
ईरान संघर्ष के दौरान मृतकों की संख्या के बारे में जानकारी नहीं दे रहा है। उसने पूर्व में हताहतों की संख्या कम बताई थी। शनिवार को ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजरायल के हमलों में लगभग 400 नागरिक मारे गए हैं और 3,056 अन्य घायल हुए। इस बीच, इजरायल के एयरपोर्ट अथॉरिटी ने घोषणा की है कि वह ईरान के परमाणु केंद्रों पर अमेरिकी हमलों के मद्देनजर देश के हवाई क्षेत्र को बंद कर रहा है।