Iran Israel War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से सीजफायर कराने का दावा करने के कुछ ही घंटों बाद ईरान ने फिर से इजरायल पर बड़ा हमला कर दिया है। मंगलवार सुबह दक्षिणी इजरायली शहर बेयर शेवा में ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल के एक रिहायशी इमारत पर गिरने से कम से कम चार लोगों की मौत हो गई। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को घोषणा की थी कि इजरायल और ईरान ने पूर्ण संघर्षविराम पर सहमति व्यक्त की है। लेकिन इसके कुछ समय बाद इजरायल ने कहा है कि ईरान के हमलों में तीन लोगों की मौत हुई है।
इससे पहले इजरायल ने ईरान के हमलों को लेकर मंगलवार को नागरिकों को सतर्क किया था। इजरायल की बचाव सेवा 'मैगन डेविड जाफन' ने कहा कि सुबह हुए हमलों में कम से कम तीन लोग मारे गए और आठ अन्य घायल हो गए।
आपातकालीन बचावकर्मियों के अनुसार ईरान के हमलों में इजराइल के दक्षिण में स्थित एक आवासीय इमारत को भारी नुकसान पहुंचा है। मंगलवार की सुबह कई मिसाइल हमले किए गए जिसके कारण इजराइल के लोगों को लगभग दो घंटे तक बम रोधी आश्रय स्थलों में रहना पड़ा।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि इजरायल और ईरान ने पूर्ण संघर्षविराम पर सहमति व्यक्त की है। उधर ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म x पर एक पोस्ट में लिखा, "फिलहाल किसी भी संघर्षविराम या सैन्य अभियानों की समाप्ति पर कोई समझौता नहीं हुआ है।"
उन्होंने कहा, "अगर इजरायल ईरान के लोगों के खिलाफ अपने अवैध आक्रमण हमारे समयानुसार सुबह चार बजे से पहले बंद कर दे, तो हमारा उसके बाद अपनी कार्रवाई जारी रखने का कोई इरादा नहीं है।" उन्होंने यह संदेश ईरान के समयानुसार सुबह 4:16 बजे पोस्ट किया। अरागची ने अपने संदेश में कहा, "हमारे सैन्य अभियानों को रोकने पर अंतिम निर्णय बाद में लिया जाएगा।"
ट्रंप ने सोमवार को ट्रुथ सोशल पर अपने संदेश में कहा कि 24 घंटे का चरणबद्ध संघर्षविराम मंगलवार मध्यरात्रि के आसपास शुरू होगा। उन्होंने कहा कि इससे युद्ध का आधिकारिक तौर पर अंत होगा। ट्रंप ने पोस्ट किया, "इजरायल और ईरान के बीच इस बात पर पूरी तरह से सहमति बन गई है कि पूर्ण संघर्षविराम होगा।"
ट्रंप ने कहा कि संघर्षविराम ईरान की तरफ से शुरू होगा और फिर 12 घंटे बाद इजराइल भी इसमें शामिल हो जाएगा। उन्होंने कहा, "यह एक ऐसा युद्ध है जो वर्षों तक जारी रहता और यह पूरे पश्चिम एशिया को नष्ट कर सकता था लेकिन ऐसा नहीं हुआ और कभी नहीं होगा!"