Kevin Warsh: कौन हैं केविन वार्श, जो फेड चेयरमैन के लिए अब बन गए हैं ट्रंप की पहली पसंद
Kevin Warsh: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फेड चेयर के लिए केविन वार्श को अपनी पहली पसंद बता दिया है। 2008 संकट के दौरान फेड में अहम भूमिका निभाने वाले वार्श क्यों इतने महत्वपूर्ण हैं, और इस रेस में कौन-कौन शामिल है, समझिए पूरी तस्वीर।
ट्रंप ने फिर कहा कि फेड चेयर को ब्याज दरों पर फैसला लेने से पहले राष्ट्रपति से सलाह लेनी चाहिए।
Kevin Warsh: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि फेडरल रिजर्व के अगले चेयर के लिए केविन वार्श (Kevin Warsh) उनकी लिस्ट में सबसे ऊपर पहुंच गए हैं। वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक, वार्श ने बुधवार को ट्रंप से मुलाकात की थी, जिसके तुरंत बाद यह बदलाव देखने को मिला। मई 2026 में जेरोम पॉवेल का कार्यकाल खत्म हो रहा है, इसलिए यह रेस बेहद अहम मानी जा रही है।
कौन हैं केविन वार्श
केविन वार्श एक प्रमुख अमेरिकी अर्थशास्त्री और पूर्व फेडरल रिजर्व गवर्नर हैं। उन्हें फाइनेंशियल मार्केट्स, मॉनेटरी पॉलिसी और संकट के समय लिए गए महत्वपूर्ण फैसलों पर उनकी समझ के लिए जाना जाता है। वे 2006 से 2011 तक फेड बोर्ड में रहे और 2008 की वैश्विक आर्थिक मंदी के दौरान फेड की रणनीति बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई।
इससे पहले वे मॉर्गन स्टेनली में इन्वेस्टमेंट बैंकिंग और स्ट्रैटेजी से जुड़े वरिष्ठ पदों पर काम कर चुके थे। फेड से बाहर आने के बाद उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के हूवर इंस्टीट्यूशन में रिसर्च फेलो के रूप में काम किया। उन्होंने अमेरिकी अर्थव्यवस्था, ब्याज दरों और फेड की नीतियों पर लगातार लिखा और सलाह दी।
वार्श को आमतौर पर अपेक्षाकृत सतर्क (हॉकिश) नीति समर्थक माना जाता है। वे बहुत कम ब्याज दरों और फेड की बैलेंस शीट बढ़ाने के जोखिमों पर लगातार चेतावनी देते रहे हैं। यही वजह है कि फेड चेयर की संभावित रेस में उनका नाम आते ही बाजार गंभीरता से नोटिस लेता है।
कौन-कौन हैं रेस में?
ट्रंप ने साफ किया कि नेशनल इकोनॉमिक काउंसिल के डायरेक्टर केविन हैसेट भी दावेदारों में शामिल हैं। हाल ही में ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के बाद बाजार में हैसेट को प्रमुख उम्मीदवार माना जा रहा था। ट्रंप ने कहा, 'दोनों केविन बेहतरीन हैं, और कुछ और लोग भी मजबूत विकल्प हैं।'
इस रिपोर्ट के बाद प्रेडिक्शन मार्केट्स में तुरंत बदलाव आया। हैसेट की संभावनाएं घटीं, जबकि वार्श की बढ़ गईं।
फेड की स्वतंत्रता पर ट्रंप का दोबारा सवाल
इंटरव्यू में ट्रंप ने फिर कहा कि फेड चेयर को ब्याज दरों पर फैसला लेने से पहले राष्ट्रपति से सलाह लेनी चाहिए। यह विचार आधुनिक फेड परंपराओं के बिल्कुल उलट है, जहां मौद्रिक नीति को राजनीतिक दबाव से दूर रखने की कोशिश की जाती है।
ट्रंप ने कहा, 'पहले ऐसा होता था, अब नहीं। लेकिन होना चाहिए। मैं एक समझदार आवाज हूं, और मेरी बात सुनी जानी चाहिए।' इस बयान से साफ है कि यह नियुक्ति सिर्फ नेतृत्व परिवर्तन नहीं, बल्कि फेड की स्वतंत्रता पर भी बड़ा असर डाल सकती है।
ट्रंप और पॉवेल के तनावपूर्ण रिश्ते
ट्रंप और पॉवेल के बीच खींचतान नई नहीं है। ट्रंप ने 2017 में खुद पॉवेल को नियुक्त किया था, लेकिन उसके बाद से वह लगातार यह शिकायत करते रहे कि फेड ने ब्याज दरें धीमी गति से घटाईं।
फेड ने हाल ही में अपनी बेंचमार्क दर 3.5%-3.75% पर लाई है और सितंबर से अब तक 75 बेसिस पॉइंट की कटौती कर चुका है। लेकिन ट्रंप का मानना है कि दरें इससे भी कम होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वार्श इस विचार से सहमत हैं- 'उन्हें लगता है कि ब्याज दरें और घटनी चाहिए… और यही बाकी लोगों की भी राय है जिनसे मैंने बात की है।'
और कौन-कौन नाम चल रहे हैं?
वार्श और हैसेट के अलावा फेड गवर्नर क्रिस्टोफर वॉलर, मिशेल बोमन और ब्लैकरॉक के फिक्स्ड-इनकम हेड रिक रीडर भी संभावित उम्मीदवारों में शामिल रहे हैं।
सर्च प्रोसेस का नेतृत्व ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट कर रहे हैं। हालांकि ट्रंप ने कई बार कहा है कि वे बेसेंट को पसंद करते हैं, लेकिन बेसेंट खुद इस पद में दिलचस्पी नहीं रखते।
पॉवेल की नियुक्ति पर ट्रंप का पछतावा
ट्रंप ने इस बार उम्मीदवार चुनने में ज्यादा सतर्क रहने की बात कही। उन्होंने कहा कि पॉवेल की नियुक्ति एक 'गलत सलाह' के आधार पर हुई थी और इसके लिए उन्होंने फिर पूर्व ट्रेजरी सेक्रेटरी स्टीव म्नुचिन को जिम्मेदार बताया।