संसद को आग के हवाले कर दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट जलाकर राख कर दिया गया। राष्ट्रपति भवन पर हमला कर उसे भी जला दिया गया। यहां तक कि पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली का घर भी आग में झोंक दिया गया। काठमांडू बगावत की आग में जल रहा है और सड़कों से आवाज उठ रही है कि अब अंतरिम सरकार बनाई जाए। यह सिर्फ छोटे-मोटे सुधारों की बात नहीं है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पूरा राजनीतिक तंत्र अब पूरी तरह से खत्म हो चुका है।