PM Modi-Xi Jinping Meeting: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच यह बैठक चीन के तियानजिन में हुई, जहां शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइज़ेशन में हुई।बता दें कि पीएम मोदी 30 अगस्त को पूरे सात साल बाद चीन पहुंचे हैं। वहीं दोनों देशों के बीच हुए मुलाकात पर दुनिया भर की मीडिया में सुर्खियां बंटोरी।
चीन के सरकारी मीडिया ने पीएम मोदी के इस दौरे को बड़ी कवरेज दी और कहा कि यह भारत-चीन के बढ़ते सहयोग और मोदी की सक्रिय विदेश नीति को दिखाता है। चीनी सोशल मीडिया पर मोदी की यात्रा को लेकर मिला-जुला रिएक्शन देखने को मिला। कई लोगों ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका के दबाव के बावजूद जो फैसला लिया, वह सही है और इसकी तारीफ की। वहीं, कुछ लोग अब भी भारत को लेकर संशय में हैं और चाहते हैं कि भारत और चीन के बीच ज्यादा नजदीकी सहयोग हो।
ग्लोबल टाइम्स ने कही ये बात
प्रधानमंत्री मोदी की तियानजिन यात्रा पर चीनी मीडिया ने भी कई बड़ी सुर्खियां चलाईं। चीन का एक बड़ा सरकारी अख़बार ग्लोबल टाइम्स ने मोदी-शी मुलाकात पर खबर छापी। खबर की हेडलाइन थी “चीन और भारत सहयोगी साझेदार हैं, प्रतिद्वंद्वी नहीं: शी” इस लेख में राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बातों पर जोर दिया गया। उन्होंने कहा कि अगर दोनों देश इसी दिशा में चलते रहे, तो भारत-चीन के रिश्ते स्थिर रहेंगे और लंबे समय तक आगे बढ़ेंगे। जिनपिंग ने यह भी कहा कि भारत और चीन को अच्छे पड़ोसी बनना चाहिए और एक-दूसरे की सफलता में मददगार साझेदार।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने क्या कहा
वहीं अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने मोदी, जिनपिंग और पुतिन की तस्वीर के साथ रिपोर्ट में लिखा है कि शी जिनपिंग के लिए इससे बेहतर मौका शायद ही कोई हो सकता था। एक तरफ भारत के मोदी हैं, जिनके देश पर राष्ट्रपति ट्रम्प ने ऊंचे टैरिफ लगाए हैं। दूसरी तरफ रूस के पुतिन हैं, जिन पर ट्रंप की वजह से ही पश्चिमी देशों के प्रतिबंध कमजोर पड़ते दिख रहे हैं।
चीन में काफी चर्चा
चीनी मीडिया ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग की एक मशहूर बात को फिर से लिखा। वह अक्सर भारत और चीन को समझाने के लिए कहते हैं – “ड्रैगन और हाथी”। समाचार में बताया गया कि ड्रैगन (चीन) और हाथी (भारत) अगर साथ मिलकर सहयोग करें, तो यही दोनों देशों के लिए सबसे अच्छा रास्ता होगा। चीन का एक और बड़ा सरकारी मीडिया शिन्हुआ ने लिखा कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने एससीओ शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। रिपोर्ट में कहा गया कि शी जिनपिंग ने ज़ोर दिया कि भारत और चीन को अपने रिश्तों को लंबी अवधि और रणनीतिक नजरिए से देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि तियानजिन बैठक के बाद दोनों देशों को अपने संबंधों में और सुधार करना चाहिए और इन्हें लगातार मजबूत और स्थिर बनाए रखने के लिए मिलकर काम करना होगा।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि शी जिनपिंग ने भारत और चीन को वैश्विक दक्षिण के दो मज़बूत स्तंभ कहा। सिर्फ़ सरकारी मीडिया ही नहीं, बल्कि शिखर सम्मेलन को कवर करने वाले चीनी पत्रकारों ने भी इस बैठक को बहुत अहम बताया और दोनों नेताओं की तारीफ की।
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