26/11 मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के बेटे आतंकवादी तल्हा सईद का वीडियो सामने आया है, जिसमें वह मंच पर पाकिस्तानी नेताओं की मौजूदगी में लाहौर में एक पब्लिक रैली के दौरान कथित तौर पर भारत के खिलाफ हिंसा भड़का रहा है। तल्हा सईद संयुक्त राष्ट्र की ओर से प्रतिबंधित आतंकवादी है। बुधवार (28 मई) को आयोजित रैली के वीडियो क्लिप में तल्हा सईद को दूसरे नेताओं के साथ मंच पर पंजाब विधानसभा के अध्यक्ष मलिक अहमद खान का स्वागत करते हुए दिखाया गया है। रैली में हाफिज सईद के साथ फील्ड मार्शल असीम मुनीर के पोस्टर भी देखे जा सकते हैं।
शीर्ष खुफिया सूत्रों के अनुसार, यह पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद को संस्थागत समर्थन को दर्शाता है। सूत्रों ने कहा कि जब पाकिस्तान ने अपने परमाणु हथियारों का परीक्षण किया, तो ‘ऑपरेशन बनयान अल-मर्सस’ की सराहना की आड़ में सभी चरमपंथी एक मंच पर वापस आ गए।
खुफिया सूत्रों ने CNN-News18 को बताया कि तल्हा की मौजूदगी से पता चलता है कि चरमपंथी सरकार के संरक्षण में पाकिस्तानी सेना का जश्न मना रहे हैं। उन्होंने बताया कि रैली के दौरान उसने कथित पहलगाम हमले के मास्टरमाइंड सैफुल्लाह खालिद का भी नाम लिया।
उसने कहा कि भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकी ढांचे को निशाना बनाकर कोई गलती नहीं की। तल्हा के भाषण में सिंधु जल संधि (IWT) को स्थगित करने पर “भारत का गला घोंटने” की धमकी दी गई, जो पाकिस्तान की खेती के लिए जीवन रेखा है।
तल्हा ने कहा. "आज पाकिस्तान से भारत के लिए एक संदेश है। हमने 'ऑपरेशन बनयान अल-मर्सस' में जीत हासिल की है और खुदा को यहां हमारी मौजूदगी स्वीकार करनी चाहिए। मैं पंजाब विधानसभा के स्पीकर मलिक अहमद खान, मलिक राशिद खान और सैफुल्लाह खालिद का मंच पर मौजूद होने के लिए शुक्रगुजार हूं। मैं अपने पिता हाफिज सईद की ओर से पाकिस्तान के लोगों को भी सलाम करता हूं। मैं यहां आपको यह बताने आया हूं कि अल्लाह जिहाद करने वालों से प्यार करते हैं।"
सूत्रों ने बताया कि अपने भाषण में तल्हा ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले को भी ‘नाटक’ करार दिया। उसने आगे दावा किया कि हाफिज सईद कथित जेल की सजा के बावजूद राज्य के शांतिपूर्ण संरक्षण में है और यह पाकिस्तान की कपटपूर्ण आतंकवाद विरोधी नीति को उजागर करता है।