रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन युद्ध के बारे में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगरे डोनाल्ड ट्रंप 2022 में अमेरिका के राष्ट्रपति होते तो यह लड़ाई शुरू नहीं होती। 15 अगस्त को अमेरिका के अलास्का में ट्रंप और पुतिन ने करीब 3 घंटे तक बातचीत की। दोनों नेताओं के बीच कोई एग्रीमेंट नहीं हुआ। लेकिन, दोनों ने बातचीत को सकारात्मक बताई। इससे ट्रंप और पुतिन के बीच के रिश्ते में पॉजिटिव बदलाव का संकेत माना जा रहा है।
फरवरी 2022 में शुरू हुई थी रूस-यूक्रेन लड़ाई
यह बात ध्यान में रखना जरूरी है कि ट्रंप (Donald Trump) कई बार कह चुके हैं कि अगर वह अमेरिका के राष्ट्रपति होते तो रूस और यूक्रेन में लड़ाई शुरू नहीं होती। रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई फरवरी 2022 में शुरू हुई थी। तब जो बाइडेन (Joe Biden) अमेरिका के राष्ट्रपति थे। यह लड़ाई बीते 3 साल से ज्यादा समय से जारी है। कूटनीति के स्तर पर इसे रोकने की कई कोशिशें हुई हैं, लेकिन उनका कोई नतीजा नहीं निकला। रूस (Russia) के मुकाबले यूक्रेन (Ukraine) काफी छोटा देश है। इसलिए इस लड़ाई का ज्यादा असर यूक्रेन के लोगों पर पड़ा है।
पुतिन ने 2022 में अमेरिका से बातचीत की थी
अलास्का में ट्रंप से बातचीत के बाद पुतिन ने कहा, "मैं आपको याद दिलाना चाहता हूं कि 2022 में पूर्व अमेरिकी सरकार के साथ हुई बातचीत में मैंने अपने पूर्व अमेरिकी समकक्ष को यह समझाने की कोशिश की थी कि स्थिति ऐसे मुकाम पर नहीं पहुंचनी चाहिए कि जिसमें पीछे जाने की गुंजाइश नहीं हो। तब मैने यह बात सीधे तौर पर कही थी कि यह बड़ी गलती थी।"
ट्रंप और पुतिन ने बातचीत को सार्थक बताया
उन्होंने कहा कि आज जब ट्रंप यह कह रहे हैं कि अगर वह तब राष्ट्रपति होते तो यह युद्ध नहीं होता तो मैं इस बात की पुष्टि कर सकता हूं कि वाकई तब युद्ध शुरू नहीं होता। पुतिन ने यह भी कहा कि उन्होंने और ट्रंप ने मिलकर कुल मिलाकर व्यापार जैसा और भरोसे का अच्छा संबंध बनाया है। उन्होंन कहा, "इस भरोसे के पीछे मेरे पास कई कारण हैं कि इस रास्ते पर साथ-साथ आगे बढ़ने पर जल्द हम यूक्रेन की लड़ाई के अंत तक पहुंच सकते हैं।"
अलास्का में ट्रंप और पुतिन के बीच नहीं हुआ कोई एग्रीमेंट
ट्रंप और पुतिन की 15 अगस्त को होने वाली मुलाकात पर दुनियाभर की नजरें टिकी थीं। यह माना जा रहा था कि इससे यूक्रेन में चल रही लड़ाई खत्म हो जाएगी। लेकिन, बातचीत में लड़ाई खत्म करने पर दोनों नेताओं के बीच कोई एग्रीमेंट नहीं हुआ। हालांकि, दोनों नेताओं ने इस बातचीत को सार्थक बताया। 3 घंटे तक चली बातचीत के बात दोनों थोड़े समय के लिए मीडिया के सामने आए। उन्होंने कहा कि कुछ मसलों पर बातचीत में प्रगति हुई है।
इस बातचीत से बढ़ेगा पुतिन का आत्मविश्वास
ट्रंप ने कहा, "ऐसे कई मसले हैं, जिन पर हमारे बीच सहमति बनी है। मैं कह सकता हूं कि कुछ मसलों पर हम एग्रीमेंट तक नहीं पहुंचे हैं, लेकिन बातचीत आगे बढ़ी है।" जहां तक पुतिन की बात है तो यह मुलाकात अपने आप में एक सफलता है। 2022 में यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद यह अमेरिकी राष्ट्रपति से उनकी पहली मुलाकात है। अब पुतिन यह दावा कर सकते हैं कि रूस को अलगथलग करने की पश्चिमी देशों की चाल सफल नहीं रही और रूस फिर से अपनी कूटनीतिक हैसियत हासिल कर रहा है।