US Tariffs: अमेरिका के घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने की अपनी नीति को आगे बढ़ाते हुए, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इंपोर्टेड लकड़ी और लकड़ी के उत्पादों पर 25% तक का नया टैरिफ लगाने की घोषणा की है। यह कदम अमेरिकी उत्पादकों का समर्थन करने और इंपोर्ट पर निर्भरता कम करने के उनके प्रयासों का हिस्सा है। ट्रंप की इस घोषणा से वैश्विक व्यापार जगत में हलचल मच गई है, खासकर उन देशों में जो अमेरिका को ये प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट करते हैं।
कब और कितना लगेगा नया शुल्क?
ट्रंप प्रशासन की घोषणा के अनुसार, ये नए शुल्क दो चरणों में प्रभावी होंगे। 14 अक्टूबर से सॉफ्टवुड टिम्बर और लकड़ी के इंपोर्ट पर 10% ड्यूटी लगाई जाएगी। वहीं 25% ड्यूटी किचन कैबिनेट, वैनिटी, और अपहोल्स्टर्ड लकड़ी के उत्पादों पर 25% का भारी शुल्क लगाया जाएगा। तैयार लकड़ी के उत्पादों पर कुछ शुल्क वृद्धि बाद के चरण के लिए निर्धारित है, जो 1 जनवरी से प्रभावी होगी।
यह टैरिफ वृद्धि अमेरिकी घरेलू उद्योगों की रक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर लगाई गई है, जिसका उद्देश्य विदेशी प्रतिस्पर्धा से अमेरिकी मिलों और विनिर्माण प्रक्रियाओं को बचाना है।
घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने पर ज़ोर
राष्ट्रपति ट्रंप ने यह फैसला अमेरिकी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स को समर्थन देने के लिए किया है। उनका मानना है कि विदेशी देशों द्वारा इन उत्पादों की बड़े पैमाने पर 'फ्लडिंग' अमेरिका में हो रही है, जो एक अनुचित व्यापार प्रथा है। इस कदम से अमेरिका की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी, साथ ही स्थानीय आपूर्ति शृंखला को भी मजबूती मिलेगी।
ट्रंप प्रशासन का कहना है कि यह शुल्क अमेरिका को घरेलू लकड़ी की मांग को पूरी तरह से पूरा करने में सक्षम बनाएगा, साथ ही औद्योगिक लचीलापन बढ़ाएगा और उच्च गुणवत्ता वाली नौकरियों का सृजन करेगा।
इससे पहले भी, ट्रंप प्रशासन ने फार्मास्यूटिकल्स और ट्रकों सहित विभिन्न विदेशी उत्पादों पर टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जिससे यह साफ होता है कि उनकी 'अमेरिका फर्स्ट' व्यापार नीति अभी भी जारी है। हालांकि, कुछ आर्थिक विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इंपोर्ट ड्यूटी में वृद्धि अंततः अमेरिकी उपभोक्ताओं के लिए उच्च कीमतों का कारण बन सकती है।