Kody Technolab IPO Listing: सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट सर्विसेज मुहैया कराने वाली कंपनी कोडी टेक्नोलैब (Kody Technolab) के शेयरों की आज NSE के SME प्लेटफॉर्म पर एंट्री हुई। पहले इसके शेयर 28 सितंबर को लिस्ट होने वाले थे लेकिन बाजार नियामक सेबी के नए नियमों के तहत इसने आज एंट्री मारी। खुदरा निवेशकों के दम पर यह इश्यू 51 गुना से अधिक भरा था। आईपीओ निवेशकों को इसके शेयर 160 रुपये के भाव पर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 170 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 6.25 फीसदी लिस्टिंग गेन (Kody Technolab Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयरों ने धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ी और अपर सर्किट पर पहुंच गए। दिन के आखिरी में इसी अपर सर्किट 178.50 रुपये (Kody Technolab Share Price) पर यह बंद हुआ यानी कि आईपीओ निवेशक 12 फीसदी मुनाफे में हैं।
Kody Technolab IPO में खुदरा निवेशकों ने जमकर लगाए थे पैसे
कोडी टेक्नोलैब का 27.52 करोड़ रुपये का आईपीओ 15-20 सितंबर तक खुला था। इस आईपीओ में खुदरा निवेशकों ने जमकर पैसे लगाए थे और उनके लिए आरक्षित हिस्सा 53.56 गुना भरा था। ओवरऑल यह इश्यू 51.55 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 17.20 लाख नए इक्विटी शेयर जारी हुए हैं।
इन शेयरों को जारी कर जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल गुजरात के गांधीनगर की गिफ्ट सिटी में डेवलपमेंट सेंटर सेटअप करने, वर्किंग कैपिटल की बढ़ी हुई जरूरतों को पूरा करने, कर्ज चुकाने, आम कॉरपोरेट उद्देश्यों और आईपीओ से जुड़े खर्चों को भरने में किया जाएगा।
इंडस्ट्रीज को सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट सर्विसेज मुहैया कराने वाली कोडी टेक्नोलैब 2017 में बनी थी। इसके डेवलपर्स, डिजाइनर्स, प्रोजेक्ट मैनेजर्स और क्वालिटी एश्योरेंस स्पेशलिस्ट्स समेत 106 से अधिक एंप्लॉयीज हैं। कंपनी के कारोबारी सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है।
वित्त वर्ष 2021 में इसे 2.48 करोड़ रुपये का ऑपरेशनल रेवेन्यू हासिल हुआ था जो अगले वित्त वर्ष में बढ़कर 3.84 करोड़ रुपये और फिर अगले ही वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 11.09 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। मुनाफे की बात करें तो वित्त वर्ष 2021 में 10.80 लाख रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था जबकि अगले ही वित्त वर्ष 2022 में इसे 62.13 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो वित्त वर्ष 2023 में बढ़कर 3.18 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।