RR Kabel IPO: इलेक्ट्रिकल सामान बनाने वाली गुजरात की आरआर कबेल (RR Kabel) के शेयरों की लिस्टिंग डेट में बड़ा बदलाव हुआ है। इसके शेयरों की बीएसई और एनएसई पर एंट्री के लिए पहले 26 सितंबर का डेट फिक्स था। हालांकि अब फैसला किया गया है कि इसे 20 सितंबर को ही लिस्ट किया जाएगा यानी पूर्व निर्धारित योजना से करीब 6 दिन पहले। इसका 1964 करोड़ रुपये का आईपीओ 13-15 सितंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इसे निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल 18.69 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसके शेयर 1035 रुपये के भाव पर जारी हुए हैं।
SEBI के नए नियमों के तहत लिस्ट होने वाली पहली कंपनी
बीएसई पर मौजूद डिटेल्स के मुताबिक आरआर कबेल के शेयरों की 20 सितंबर 2023 को मार्केट में एंट्री होगी। कंपनी ने यह फैसला सेबी के नियमों के मुताबिक लिया है। बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने 28 जून को लिस्टिंग के लिए जो पीरियड था, उसे T+6 से घटाकर T+3 करने का ऐलान किया था। यहां T का मतलब है कि जिस दिन आईपीओ बंद होगा।
सेबी के फैसले के मुताबिक 1 सितंबर या इसके बाद आईपीओ लाने वाली कंपनियों की इच्छा पर होगा कि वह नए नियम से लिस्टिंग करती है या नहीं और 1 दिसंबर 2023 या इसके बाद जो आईपीओ आएगा, उसमें नया नियम ही लागू होगा। अब इस नए नियम से शेयरों की लिस्टिंग करने वाली आरआर कबेल पहली कंपनी बनने जा रही है।
अलॉटमेंट को लेकर भी बड़ा बदलाव
अब जब लिस्टिंग को लेकर इंतजार कम हुआ है, तो अलॉटमेंट के लिए भी इंतजार कम होगा। अभी नियम है कि आईपीओ के रजिस्ट्रार बोली खत्म होने के करीब 3 दिन बाद शेयरों का अलॉटमेंट फाइनल कर संबंधित स्टॉक एक्सचेंजों के पास मंजूरी के लिए भेजते हैं। नए नियम के तहत रजिस्ट्रार को बोली खत्म होने के अगले दिन शाम 6 बजे से पहले यह काम कर लेना होगा। अभी के नियम के मुताबिक कंपनियां बोली खत्म होने के 5वें दिन एक्सचेंजों के पास ट्रेडिंग की मंजूरी के लिए आवेदन करती हैं लेकिन अब उन्हें यह बोली खत्म होने के दूसरे दिन शाम 06:30 बजे तक कर लेना होगा।
अब आरआर कबेल की बात करें तो इसके लिस्टिंग की दिन पीछे हुई है तो अलॉटमेंट डेट भी पीछे हुआ है। पहले यह 21 सितंबर को होना था लेकिन अब कंपनी ने इसे 18 सितंबर को ही फाइनल कर लिया। इस इश्यू के लिए रजिस्ट्रार लिंक इनटाइम है।
कितने लिस्टिंग गेन की है गुंजाइश
आरआर कबेल के शेयर ग्रे मार्केट में 1131 रुपये के भाव पर हैं। यह आईपीओ प्राइस से 96 रुपये यानी 9.28 फीसदी की GMP (ग्रे मार्केट प्रीमयम) पर है। इसका मतलब है लिस्टिंग पर निवेशकों को 9 फीसदी से अधिक का मुनाफा मिल सकता है। हालांकि ध्यान दें कि ग्रे मार्केट लिस्टिंग को कोई पैरामीटर नहीं है और लिस्टिंग के दिन मार्केट की परिस्थितियां और कंपनी के फंडामेंटल्स ही शेयरों की चाल तय करते हैं।