Shining Tools IPO Listing: लिस्ट होते ही लोअर सर्किट, ₹114 के शेयरों ने दिया तगड़ा शॉक

Shining Tools IPO Listing: शाइनिंग टूल्स अलग-अलग इंडस्ट्रीज की जरूरतों के मुताबिक सॉलिड कार्बाइड कटिंग टूल्स बनाती है। यह पुराने टूल्स के लिए रीकंडीशनिंग सर्विसेज देती है। अब इसके शेयर लिस्ट हुए हैं। इसके आईपीओ के तहत सिर्फ नए शेयर जारी हुए हैं। चेक करें कंपनी की कारोबारी सेहत कैसी है और आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी कैसे करेगी?

अपडेटेड Nov 14, 2025 पर 4:55 PM
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Shining Tools IPO Listing: शाइनिंग टूल्स का ₹17.10 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 7-11 नवंबर तक खुला था। आज इसके शेयरों की लिस्टिंग हुई है।

Shining Tools IPO Listing: कार्बाइड कटिंग टूल्स बनाने वाली शाइनिंग टूल्स के शेयरों की आज BSE SME पर भारी डिस्काउंट के साथ फीकी एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 1.15 गुना बोली मिली थी लेकिन नॉन-इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स के लिए आरक्षित आधा हिस्सा आधा भी नहीं भर पाया था। आईपीओ के तहत ₹114 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी ₹104.00 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि उनकी पूंजी ही 8.77% घट गई। आईपीओ निवेशकों को और झटका तब लगा, जब शेयर और नीचे आए। टूटकर यह ₹98.80 (Shining Tools Share Price) के लोअर सर्किट पर आ गया और इसी पर बंद भी हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 13.33% घाटे में हैं।

Shining Tools IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च

शाइनिंग टूल्स का ₹17.10 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 7-11 नवंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का मिला-जुला रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 1.15 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 0.43 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 1.87 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹10 की फेस वैल्यू वाले 15 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹9.07 करोड़ प्लांट और मशीनरी की खरीदारी और इंस्टॉलेशन, ₹3.85 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।


Shining Tools के बारे में

मई 2013 में बनी शाइनिंग टूल्स अलग-अलग इंडस्ट्रीज की जरूरतों के मुताबिक सॉलिड कार्बाइड कटिंग टूल्स बनाती है। यह पुराने टूल्स के लिए रीकंडीशनिंग सर्विसेज देती है। यह "Tixna" ब्रांड के तहत एंड मिल्स, ड्रिल्स, रीमर्स और थ्रेड मिल्स जैसे हाई परफॉरमेंस सॉलिड कार्बाइड कटिंग टूल्स डिजाइन कर बनाती है। इसके प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल ऑटोमोटिव, इंजीनियरिंग, ऐरोस्पेस और डिफेंस इंडस्ट्रीज में होता है। इसकी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट गुजरात के राजकोट में है।

कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹8 लाख का शुद्ध घाटा हुआ था लेकिन अगले ही वित्त वर्ष 2024 में रिकवर होकर यह ₹1.58 करोड़ के शुद्ध मुनाफे में पहुंच गई। वित्त वर्ष 2025 में इसका मुनाफा और बढ़कर ₹2.93 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 18% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹14.77 करोड़ पर पहुंच गई। चालू वित्त वर्ष 2026 की बात करें तो अप्रैल-जुलाई 2025 में कंपनी को ₹1.47 करोड़ का शुद्ध मुनाफा और ₹5.42 करोड़ की टोटल इनकम हासिल हो चुकी है। जून 2025 तिमाही के आखिरी में कंपनी पर ₹8.87 करोड़ का टोटल कर्ज था जबकि रिजर्व और सरप्लस में ₹5.53 करोड़ पड़े थे।

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