ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के राशि और नक्षत्र परिवर्तन का बहुत महत्व माना जाता है। सभी नौ ग्रह समय-समय पर अपनी राशि बदलते हैं। कभी उनकी चाल मार्गी होती है, तो कभी वह वक्री चाल से चलते हैं। ग्रहों की चाल में होने वाले इन बदलावों का असर सभी राशियों पर होता है। बात अगर ग्रहों के न्यायाधीश कहे जाने वाले शनिदेव की हो तो, ये और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। शनिदेव सबसे धीमी चाल से चलते हैं और एक राशि में लगभग ढाई साल रहते हैं और इस दौरान उनका प्रभाव तीन राशियों पर रहता है। इस साल शनि ग्रह दिवाली पर वक्री होंगे। शनि ग्रह की चाल में इस बदलाव का असर सभी राशियों पर होगा। लेकिन तीन राशियों मिथुन, कुंभ और मकर राशि के जातकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा। शनि ग्रह की स्थिति से इन्हें फायदा ही फायदा मिलेगा।