राइट होराइजन्स (Right Horizons) के संस्थापक और फंड मैनेजर अनिल रेगो ने मनीकंट्रोल को दिए इंटरव्यू में कहा कि उन्हें बजट 2025 में किसी महत्वपूर्ण नीतिगत घोषणा की उम्मीद नहीं है। मौजूदा राजनीतिक स्थिरता को देखते हुए उनका मानना है कि बजट में राजकोषीय अनुशासन के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता के साथ राजकोषीय घाटे के लक्ष्यों को पूरा करने और बुनियादी ढांचे में लगातार निवेश पर जोर दिए जाने की संभावना है।
बाजार पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि इस समय लार्जकैप शेयरों के भाव अच्छे लग रहे हैं। मिड और स्मॉल कैप का वैल्यूएशन महंगा है। लेकिन इन सेगमेंटों में कुछ चुनिंदा गुणवत्ता वाले एसएमआईडी (स्मॉल-मिडकैप) शेयर अच्छे भाव पर मिल रहे हैं। इनकी ग्रोथ की संभावना को देखते हुए ये काफी डिस्काउंट पर दिख रहे हैं।
तीन दशक से ज़्यादा का अनुभव रखने वाले अनिल का कहना है कि अनुकूल परिस्थितियों के कारण वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में कंपनियों के नतीजे अच्छे रहने की उम्मीद है। त्योहारी सीजन,सरकारी खर्च में बढ़त,उपभोक्ता मांग में सुधार और शादियों का सीजन ये सभी इस तिमाही के लिए लिए उम्मीदें लेकर आए हैं।
क्या आपको लगता है कि ज़्यादातर बुरी ख़बरें पहले ही आ चुकी हैं? क्या तीसरी तिमाही के नतीजे, केंद्रीय बजट और ट्रम्प की नीतियों से पहले बाज़ार सतर्क दिख रहा है?
इसके जवाब में अनिल ने कहा कि बजट और ट्रम्प की नीतियों का बाजार पर शॉर्ट से मीडियम में ही असर रहेगा। लंबी अवधि में इनका कोई बड़ा असर नहीं होगा। निवेशकों की भागीदारी हाई लेवल पर बनी हुई है। साथ ही बाजार में बुनियादी मजबूती भी है। अनिल का मानना है कि वैल्यूशन को लेकर कुछ चिंताएं जरूर हैं। लेकिन इस समय लार्जकैप शेयरों के भाव अच्छे लग रहे हैं। मिड और स्मॉल कैप का वैल्यूएशन महंगा है। लेकिन इन सेगमेंटों में कुछ चुनिंदा गुणवत्ता वाले एसएमआईडी (स्मॉल-मिडकैप) शेयर अच्छे भाव पर मिल रहे हैं।
2025 में कौन से थीम मजबूत पोर्टफोलियो बनाने में काम आ सकते हैं?
इस पर अनिल ने कहा कि 2000 के दशक के विपरीत, 2020 के दशक में भारत का बुल मार्केट दूसरे उभरते बाजारों से अलग है। यह अंतर हाईजीडीपी ग्रोथ के अंतर की वजह से नहीं, बल्कि बेहतर अर्निंग ग्रोथ के चलते बना है। कैपेक्स साइकिल में तेजी से मुनाफे में गिरावट की ओर रुझान बदलने कारण हमें चुनिंदा क्वालिटी शेयर और बिजनेस पर फोकस करना चाहिए। आगे हॉस्पिटल शेयरों आगे अच्छी तेजी की उम्मीद है। इसके अलावा खपत वाले सेगमेंट में रिटेल सेक्टर की गोल्ड ज्वेलरी कंपनियां अच्छी लग रही हैं।
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