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Budget 2025: प्राइवेट एंप्लॉयीज को मिलेगी खुशखबरी, निर्मला सीतारमण ₹7500 न्यूनतम पेंशन का ऐलान कर सकती हैं

प्राइवेट कंपनियों में नौकरी करने वाले लोग एंप्लॉयीज प्रोविडेंट फंड (EPF) के तहत आते हैं। इसके तहत उन्हें रिटायरमेंट बेनेफिट मिलते हैं। ईपीएफ के तहत एंप्लॉयीज के पैसे का प्रबंधन ईपीएफओ करता है। अभी एंप्लॉयीज की बेसिस सैलरी (प्लस डीए) का 12 फीसदी हर महीने ईपीएफ में जाता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Jan 13, 2025 पर 1:00 PM
Budget 2025: प्राइवेट एंप्लॉयीज को मिलेगी खुशखबरी, निर्मला सीतारमण ₹7500 न्यूनतम पेंशन का ऐलान कर सकती हैं
प्राइवेट कंपनियों में काम करने वाले लोगों का कहना है कि लंबे समय से सरकार ने ईपीएस के तहत न्यूनतम पेंशन में बदलाव नहीं किया है। पिछले कुछ सालों में बढ़ती महंगाई को देखते हुए इसे बढ़ाने की जरूरत है।

प्राइवेट कंपनियों में नौकरी कर रहे करोड़ों लोगों को 1 फरवरी को खुशखबरी मिल सकती है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण 7,500 रुपये न्यूनतम पेंशन का ऐलान कर सकती हैं। प्राइवेट कंपनियों में काम करने वाले लोगों को एंप्लॉयीज पेंशन स्कीम (ईपीएस) के तहत रिटायरमेंट के बाद पेंशन मिलती है। अभी ईपीएस के तहत न्यूनतम पेंशन 1,000 रुपये है। एंप्लॉयीज लंबे समय से इसे बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।

1 फरवरी को वित्तमंत्री कर सकती हैं ऐलान

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्राइवेट एंप्लॉयीज के लिए न्यूनतम पेंशन बढ़ाने का ऐलान वित्तमंत्री 1 फरवरी को कर सकती हैं। इससे प्राइवेट कंपनियों में काम करने वाले करोड़ों लोगों को राहत मिलेगी। प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले एंप्लॉयीज के प्रतिनिधियों ने इस बारे में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण को अपनी मांग बताई है। प्राइवेट कंपनियों में काम करने वाले लोगों का कहना है कि लंबे समय से सरकार ने ईपीएस के तहत न्यूनतम पेंशन में बदलाव नहीं किया है। पिछले कुछ सालों में बढ़ती महंगाई को देखते हुए इसे बढ़ाने की जरूरत है। हर महीने 1 000 रुपये रुपये की पेंशन पर्याप्त नहीं है।

ईपीएफ के दायरे में प्राइवेट सेक्टर एंप्लॉयीज

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