Budget 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2025 को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट पेश करेंगी। माना जा रहा है कि इस बार सरकार का मुख्य फोकस सैलरीड मिडिल क्लास पर होगा। सरकार की योजना लोगों के हाथ में ज्यादा पैसा छोड़ने की है। ताकि, खर्च और सेविंग दोनों को बढ़ावा मिल सके। इसके लिए इनकम टैक्स के नियमों में बड़े बदलाव किए जा सकते हैं। मिडिल क्लास बजट में तीन बड़े बदलावों की उम्मीद कर रहा है।
1. 80C के तहत टैक्स छूट में बढ़ोतरी
पुराने टैक्स रिजीम के तहत सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट मिलती है। यह छूट एलआईसी, पीएफ, इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम, सुकन्या समृद्धि योजना, राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र और टर्म डिपॉजिट जैसे निवेश पर मिलती है। हालांकि, बढ़ती महंगाई और निवेश के बढ़ते विकल्पों को देखते हुए, यह सीमा अब कम लगने लगी है। ऐसे में एक्सपर्ट और मिडिल क्लास का मानना है कि सरकार इसे 1.5 लाख से बढ़ाकर 2 लाख रुपये कर सकती है।
2. होम लोन पर ब्याज में छूट का दायरा बढ़ सकता है
अपना घर खरीदने का सपना हर व्यक्ति का होता है। फिलहाल, होम लोन के मामले में 2 लाख रुपये तक के ब्याज पर टैक्स छूट मिलती है। लेकिन बढ़ती ब्याज दरों और रियल एस्टेट सेक्टर पर दबाव को देखते हुए, उम्मीद की जा रही है कि इस सीमा को 2 लाख रुपये से बढ़ाकर 3 लाख रुपये किया जा सकता है। इसके साथ ही, नई टैक्स रिजीम में भी होम लोन पर छूट लागू करने की मांग भी उठ रही है।
3. हेल्थ बीमा प्रीमियम पर 80D में राहत की उम्मीद
स्वास्थ्य बीमा के बढ़ते प्रीमियम को ध्यान में रखते हुए, बजट 2025 में धारा 80D के तहत छूट की सीमा में बढ़ोतरी की संभावना है। अभी हेल्थ इंश्योरेंस पर 25,000 रुपये की छूट मिलती है, जबकि सीनियर सिटीजन के लिए यह सीमा 50,000 रुपये है। नए बजट में इसे बढ़ाकर 50,000 रुपये और सीनियर सिटीजन के लिए 1 लाख रुपये तक किये जाने कीम मांग सैलरी क्लास कर रहा है।
मिडिल क्लास को राहत की उम्मीद
आने वाले बजट में सैलरीड क्लास को ध्यान में रखकर कई अन्य छूट की जा सकती है। यह बजट न केवल टैक्सपेयर्स को राहत देगा, बल्कि आर्थिक विकास को भी मदद करेगा। अब सभी की निगाहें 1 फरवरी 2025 को पेश होने वाले बजट पर टिकी हैं।