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India Budget 2025: एफएमसीजी सेक्टर की मांगें पूरी हुई तो इन स्टॉक्स को लगेंगे पंख

बीते एक साल में ज्यादातर एफएमसीजी कंपनियों के शेयरों का प्रदर्शन खराब रहा है। इसकी बड़ी वजह इन कंपनियों की सुस्त रेवेन्यू ग्रोथ है। पहले ग्रामीण इलाकों में डिमांड कमजोर थी। अब शहरी इलाकों में मांग में सुस्ती देखने को मिल रही है

MoneyControl Newsअपडेटेड Jan 28, 2025 पर 6:30 PM
India Budget 2025: एफएमसीजी सेक्टर की मांगें पूरी हुई तो इन स्टॉक्स को लगेंगे पंख
कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि सरकार का फोकस रोजगार के मौके बढ़ाने पर भी हो सकता है। इससे लोगों के हाथ में पैसा जाएगा, जिससे वे ज्यादा खर्च करेंगे।

एफएमसीजी सेक्टर को यूनियन बजट 2025 से काफी उम्मीदें हैं। इनमें सबसे बड़ी मांग ऐसा उपाय करने की है, जिससे लोगों के हाथ में खर्च के लिए ज्यादा पैसे बच सके। इकोनॉमिस्ट्स ने भी सरकार को कंजम्प्शन बढ़ाने की सलाह दी है। कंजम्प्शन बढ़ाने से इकोनॉमिक को स्लोडाउन में जाने से रोका जा सकता है। इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ घटकर 5.4 फीसदी पर आ गई।

इनकम टैक्स में राहत

एफएमसीजी कंपनियों का मानना है कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को इनकम टैक्स में राहत देंगी। इनकम टैक्स एग्जेम्प्शन लिमिट बढ़ाएंगी। वह ग्रामीण और शहरी इलाकों में डिमांड बढ़ाने के लिए कुछ और उपायों का ऐलान कर सकती हैं। अगर सरकार लोगों के अपने घर के सपने को पूरा करने के लिए भी किसी बड़ी स्कीम का ऐलान करती है तो इससे इकोनॉमी में डिमांड बढ़ेगी। इसकी वजह यह है कि रियल एस्टेट सेक्टर की अच्छी ग्रोथ का फायदा दूसरे सेक्टर को भी मिलता है।

शहरी इलाकों में कमजोर डिमांड

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