देश में बेरोजगारी दर (Unemployment Rate) जुलाई महीने में घटकर 5.2 प्रतिशत पर आ गई। जून में यह 5.6 प्रतिशत थी। सोमवार, 18 अगस्त को जारी एक सरकारी सर्वे में यह जानकारी दी गई। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन (MoSPI) मंत्रालय के पीरियोडिक लेबर फोर्स सर्वे (PLFS) से ये आंकड़े सामने आए हैं। मई में भी बेरोजगारी दर 5.6 प्रतिशत थी। करेंट वीकली स्टेटस (CWS) में कलेक्ट किए गए लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, जुलाई के दौरान सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए बेरोजगारी दर 5.2 प्रतिशत रही।
पुरुषों में बेरोजगारी की दर थोड़ी अधिक 5.3 प्रतिशत रही। महिलाओं में यह 5.1 प्रतिशत थी। जुलाई में शहरी क्षेत्रों में सभी आयु वर्ग के लिए बेरोजगारी दर बढ़कर 7.2 प्रतिशत हो गई, जो जून में 7.1 प्रतिशत थी। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में सभी आयु वर्ग के लिए बेरोजगारी दर घटकर 4.4 प्रतिशत रही, जो जून में 4.9 प्रतिशत थी।
सर्वे के मुताबिक, 15 से 29 साल के युवाओं में बेरोजगारी दर घटकर जुलाई में 14.9 प्रतिशत रही। जून 2025 में यह 15.3 प्रतिशत थी। हालांकि, शहरी क्षेत्रों में इस आयु वर्ग के लिए बेरोजगारी दर जुलाई में मामूली रूप से बढ़कर 19 प्रतिशत हो गई। इससे पिछले महीने यह 18.8 प्रतिशत थी। ग्रामीण क्षेत्रों में इसी एज ग्रुप के लिए यह दर घटकर जुलाई में 13 प्रतिशत हो गई। इससे पिछले महीने यह दर 13.8 प्रतिशत थी।
लेबर फोर्स पार्टिसिपेशन रेट
CWS, सर्वे की तारीख से पहले के 7 दिनों के रेफरेंस पीरियड के बेसिस पर निर्धारित गतिविधि की स्थिति को बताता है। आंकड़ों से यह भी पता चला है कि सभी एज ग्रुप के व्यक्तियों के बीच CWS में श्रम बल भागीदारी दर यानि कि लेबर फोर्स पार्टिसिपेशन रेट (LFPR) जुलाई 2025 में बढ़कर 41.4 प्रतिशत हो गई। जून 2025 में यह 41 प्रतिशत थी। ग्रामीण क्षेत्रों में सभी एज ग्रुप के CWS में LFPR 42 प्रतिशत थी, जबकि एक महीने पहले यह 41.5 प्रतिशत थी। वहीं, शहरी क्षेत्रों में यह जुलाई में 40.1 प्रतिशत रही, जबकि जून में 39.8 प्रतिशत थी।
ग्रामीण क्षेत्रों में जुलाई के दौरान 15 साल और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों में वर्कर पॉप्युलेशन रेशियो (WPR) 54.4 प्रतिशत रहा। इससे पिछले महीने जून में यह 53.3 प्रतिशत था। यह रेशियो, कुल जनसंख्या में एंप्लॉइड व्यक्तियों के अनुपात को बताता है। इसी एज ग्रुप के लिए शहरी क्षेत्रों में WPR जुलाई में 47 प्रतिशत था। कंट्री लेवल पर WPR 52 प्रतिशत रहा, जबकि जून के दौरान यह 51.2 प्रतिशत था।
PLFS की सैंपल मेथोडोलॉजी को जनवरी 2025 से नया रूप दिया गया है। ऑल इंडिया लेवल पर जुलाई में फर्स्ट-स्टेज में सैंपल के तौर पर 7,519 यूनिट्स का सर्वे किया गया। सर्वे में शामिल परिवारों की संख्या 89,505 थी। ग्रामीण क्षेत्रों में 49,355 परिवार और शहरी क्षेत्रों से 40,150 परिवार थे। सर्वे किए गए व्यक्तियों की संख्या 3,79,222 रही। इनमें से 2,16,832 ग्रामीण क्षेत्रों से और 1,62,390 शहरी क्षेत्रों से थे।