केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने अपने सभी संबद्ध स्कूलों में कक्षा 6 से 8वीं में कौशल शिक्षा को अनिवार्य रूप से पढ़ाने का निर्देश दिया है। इसके अनुसार, अब रोजमर्रा के यांत्रिक कार्य और पौधों की देखभाल जैसे कौशल स्कूली पढ़ाई का हिस्सा होंगे, जिसे 6 से 8वीं कक्षा के छात्रों को पढ़ाया जाएगा। इसके लिए एनसीईआरटी द्वारा विकसित 'स्किल बोध' श्रृंखला की पुस्तकें लागू की गई हैं। इसमें छात्रों को विभिन्न प्रोजेक्ट आधारित काम करने होंगे। मूल्यांकन में पारंपरिक परीक्षाओं के साथ-साथ व्यावहारिक कार्यों को भी महत्व दिया जाएगा।
