J&K पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन ने एक तीखा बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने BJP के रुख को मेडिसिन के अहम सेक्टर को ही सांप्रदायिक बनाने की कोशिश बताया। उन्होंने कहा, “वैष्णो देवी यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स पर यह नया विवाद चीज़ों को बहुत ज़्यादा खींच रहा है। BJP अब मेडिकल साइंस को सांप्रदायिक बनाने का एक्सपेरिमेंट कर रही है। मैं सबको याद दिला दूं। NEET नाम का एक ऑल-इंडिया एंट्रेंस टेस्ट होता है। देश के सबसे तेज़ दिमाग वाले युवा इसमें भाग लेते हैं। जो लोग इसे टॉप रैंक के साथ पास करते हैं, वे डॉक्टर बनने के लिए बहुत मेहनत करते हैं, जो मरीज़ों का इलाज करते हैं, जान बचाने वाली सर्जरी करते हैं और रिसर्च के ज़रिए इंसानी ज्ञान की सीमाओं को आगे बढ़ाते हैं। ओपन-हार्ट सर्जरी से लेकर रोबोटिक प्रोसीजर तक,आंखों की रोशनी वापस लाने से लेकर MRI और CT स्कैन बनाने तक, मेडिकल साइंस ने इसलिए तरक्की की है क्योंकि तेज़ दिमाग वाले लोगों ने, चाहे उनका धर्म कुछ भी हो,अपनी ज़िंदगी बीमारी को हराने में लगा दी।