NEET Success Story: हम अपने आसपास अक्सर ऐसे लोगों को देखते हैं, जो पारिवारिक जिम्मेदारियों, पैसों की तंगी या पर्याप्त अवसर नहीं मिलने की वजह से अपने सपने पूरे नहीं कर पाते हैं। इनमें से कुछ लोग इसे भाग्य का फैसला मानकर आगे बढ़ जाते हैं और भूल जाते हैं। वहीं कुछ ऐसे लोग भी होते हैं, तो आसानी से अपने सपनों को नहीं भूलते। उन सपनों को पूरा करने के लिए ये अपनी तकदीर से लड़कर आगे बढ़ते हैं और जीत कर निकलते हैं। ऐसी ही कहानी है तमिलनाडु की इस मां-बेटी अमुथवल्ली और संयुक्ता की। आइए जानें कि इनकी कहानी में ऐसा क्या है, जो इसे खास बनाता है।
