बताया जा रहा है कि कलकत्ता उच्च न्यायालय के जस्टिस कौशिक चंदा को कथित तौर पर जेईएमएएस-पीजी (मेडिकल पोस्टग्रेजुएट) परीक्षा में मेरिट सूचीबद्ध उम्मीदवारों के साथ-साथ डब्ल्यूबीजेईई बोर्ड से ईमेल के माध्यम से शिकायतें प्राप्त हुईं, जिसके बाद अदालत ने स्वतः संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की। शिक्षा डॉट कॉम की खबर के मुताबिक, ‘कुछ छात्रों द्वारा जस्टिस कौशिक चंदा के समक्ष शिकायत दर्ज करने के बाद WBJEE 2025 के नतीजे ताजा अवमानना मामले सामने आने के बाद स्थगित कर दिए गए हैं। उच्च न्यायालय ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने ओबीसी रिजर्वेशन से संबंधित हाईकोर्ट द्वारा 21 मई, 2024 को पास आदेश को अब तक स्थगित नहीं किया है।’