बिहार के मतदाताओ ने अपना फैसला सुना दिया है। इस बार चुनावों के नतीजे स्पष्ट हैं। मतदाता एक बार फिर राज्य में एनडीए की सरकार चाहते हैं। मतदाताओं पर सत्ता विरोधी लहर का असर नहीं दिखा। यह गौरतलब है कि बीच के कुछ समय को छोड़ दिया जाए तो नीतीश कुमार 2005 से बिहार के मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने के श्री कृष्ण सिन्हा के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री पद की सबसे ज्यादा बार शपथ लेने का रिकॉर्ड भी उन्हीं के नाम है। साफ है कि इस बार के चुनाव नतीजों से सबसे ज्यादा फायदा नीतीश कुमार को हुआ है। आइए जानते हैं और किन दूसरे लोगों को इस चुनाव से फायदा हुआ है।
